वाशिंगटन, 2 जुलाई (एजेंसी)
सुरक्षा संवाद समूह ‘क्वाड’ ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की साजिश रचने वालों, उसे अंजाम देने वालों और इसके वित्त पोषकों को बिना किसी देरी के न्याय के कठघरे में लाने का आह्वान किया है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से इस संबंध में सहयोग बढ़ाने की अपील की है।
क्वाड के सदस्य देशों अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के विदेश मंत्रियों की मंगलवार को अमेरिका की राजधानी में हुई बैठक में पहलगाम आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गयी तथा सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का दृढ़तापूर्वक समर्थन किया गया। हालांकि, संयुक्त बयान में मंत्रियों ने पाकिस्तान का जिक्र नहीं किया।
क्वाड समूह के विदेश मंत्रियों ने पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति को लेकर भी गंभीर चिंता जताई। उन्होंने चीन का सीधे उल्लेख किए बिना कहा, ‘हम किसी भी एकतरफा कार्रवाई का कड़ा विरोध दोहराते हैं, जिसमें बलपूर्वक या जबरन यथास्थिति को बदलने की कोशिश की जा रही हो।’ क्वाड की बैठक में इस साल मुंबई में ‘भविष्य के क्वाड बंदरगाह’ साझेदारी शुरू करने की योजना की भी घोषणा की गई।
महत्वपूर्ण खनिजों के लिए प्रमुख पहल : महत्वपूर्ण खनिजों की आपूर्ति सुनिश्चित करने और आपूर्ति शृंखलाओं को विविध बनाने के उद्देश्य से ‘क्वाड क्रिटिकल मिनरल्स इनिशिएटिव’ की शुरुआत की गयी। यह कदम आर्थिक सुरक्षा को मजबूती देने की दिशा में एक व्यापक प्रयास का हिस्सा है, जो चीन द्वारा इस क्षेत्र में मूल्य हेरफेर समेत अन्य दबावयुक्त रणनीतियों की चिंताओं के मद्देनजर उठाया गया है। बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया, ‘यह नयी प्रमुख पहल, क्वाड साझेदारी का एक महत्वाकांक्षी विस्तार है।’ विदेश मंत्रियों ने अपने संयुक्त बयान में प्रमुख आपूर्ति शृंखलाओं, विशेष रूप से महत्वपूर्ण खनिजों की आपूर्ति में अचानक आई बाधाओं और भविष्य में इसकी विश्वसनीयता को लेकर गंभीर चिंता जताई।