मांगों पर टस से मस नहीं हुए निकाय निदेशक, भड़के कर्मचारियों ने दिया अल्टीमेटम; मंत्री से वार्ता नहीं तो 21 को होगा बड़ा प्रदर्शन
हरियाणा के नगरपालिका कर्मचारी सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। शहरी निकाय विभाग के निदेशक पंकज के साथ बुधवार को यहां हुई बैठक बेनतीजा रही। कर्मचारियों का आरोप है कि निदेशक ने एक भी मांग पर सहमति नहीं जताई। इससे नाराज कर्मचारी अब सीधे मंत्री स्तर पर बातचीत की मांग कर रहे हैं। चेतावनी दी गई है कि अगर 7 दिन में बैठक तय नहीं हुई तो 21 सितंबर को रोहतक में प्रदेश स्तरीय आंदोलन होगा। 26 सितंबर को हर जिले में झाड़ू प्रदर्शन किए जाएंगे।
बैठक में कर्मचारी संघ ने साफ कहा कि सफाई दरोगाओं को मोबाइल और पेट्रोल खर्च, पालिका रोल कर्मचारियों को वर्दी की जगह वर्दी भत्ता, माली-बेलदार-मैशन-ट्यूबवेल हेल्पर समेत ग्रुप डी कर्मियों को तेल और साबुन जैसी बुनियादी सुविधाएं मिलनी चाहिए। गुरुग्राम के 3480 छंटनीग्रस्त कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के जरिए रोजगार देने और 26 टर्मिनेट नेताओं को टर्मिनेशन की तारीख से वेतन देने की भी मांग उठाई गई। लेकिन निदेशक ने किसी पर हामी नहीं भरी।
औजार और सुरक्षा उपकरण तक नहीं
बैठक में कर्मचारी नेताओं ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं, लेकिन सफाई के औजार और सुरक्षा उपकरण तक मुहैया नहीं कराए जा रहे। ठेकेदार कूड़ा उठाकर प्लांट तक नहीं ले जाते, नतीजा गुस्सा सफाई कर्मियों पर फूटता है। ऑनलाइन हाजिरी को भी कर्मचारी संघ ने छलावा बताया। संघ का आरोप है कि सरकार ने 27 हजार रुपये मासिक वेतन देने का वादा किया था, पर अभी तक पूरा नहीं किया गया।
अग्निशमन कर्मियों की भी अनसुनी
संघ के अध्यक्ष नरेश शास्त्री ने कहा कि सीवर और सफाई कर्मचारियों को सामान्य सुविधाएं तक नहीं दी जा रहीं। अग्निशमन विभाग के कर्मचारी भी कई बार वार्ता कर चुके हैं, लेकिन उनकी मांगें अब तक कागजों में दबी पड़ी हैं। नियमित भर्ती के मुद्दे पर भी सरकार टालमटोल कर रही है। चयन समिति की संरचना बदलने तक की मांग की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
अब आंदोलन की राह
कर्मचारी नेताओं ने साफ कह दिया कि अब मंत्री विपुल गोयल से मुलाकात के बिना पीछे हटना संभव नहीं। अगर सात दिन में बैठक नहीं हुई तो 21 सितंबर को रोहतक में बड़ा प्रदर्शन होगा और 26 सितंबर को पूरे प्रदेश में झाड़ू हाथ में लेकर कर्मचारी सड़कों पर उतरेंगे।
कर्मचारियों की 18 सूत्रीय मांगों में प्रमुख
• सफाई दरोगाओं को मोबाइल और पेट्रोल खर्च दिया जाए
• पालिका रोल कर्मचारियों को वर्दी भत्ता मिले
• माली-बेलदार-मैशन-ट्यूबवेल हेल्पर को तेल व साबुन दिया जाए
• गुरुग्राम के 3480 छंटनीग्रस्त कर्मचारियों को रोजगार दिया जाए
• 26 टर्मिनेट नेताओं को बकाया वेतन मिले
• सफाई व सीवर कर्मचारियों की नियमित भर्ती हो
• 27 हजार रुपये मासिक वेतन देने का वादा पूरा किया जाए
• सफाई कर्मचारियों को औजार और सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएं
• नकली भर्ती और ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था बंद की जाए
• अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की लंबित मांगों का समाधान हो