बहराइच (उत्तर प्रदेश), 23 फरवरी (एजेंसी)
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे और लखीमपुर खीरी के तिकोनिया कांड के मुख्य अभियुक्त आशीष का जिक्र करते हुए बुधवार को कहा कि अभी जनता की अदालत में उसे जमानत नहीं मिली है और इस बार चुनाव में किसान भाजपा का ‘सफाया’ कर देंगे। अखिलेश ने बहराइच में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए लखीमपुर खीरी के तिकोनिया कांड का जिक्र करते हुए कहा कि बगल के जिले में भाजपा सरकार के एक मंत्री के पुत्र ने किसानों को जीप से कुचलकर मार डाला, सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही थी। उन्होंने कहा कि ‘जब हम सबने मिलकर दबाव बनाया तब जाकर थोड़ी बहुत कार्यवाही हुई, आज उसे जमानत मिल चुकी है लेकिन अभी जनता की अदालत में उसे जमानत नहीं मिली है। यही जनता भाजपा की जमानत जब्त करवाएगी।’ उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार तीन नए काले कानून लेकर आई थी लेकिन जैसे ही उत्तर प्रदेश और पंजाब का चुनाव आया उसने वे तीनों कानून वापस ले लिए। उन्होंने कहा, ‘ …लेकिन इसके खिलाफ आंदोलन में 700 से ज्यादा किसान ‘शहीद’ हो गए, भाजपा प्रत्याशी अगर कान पकड़कर 700 बार भी उठक बैठक लगाएंगे तब भी उत्तर प्रदेश का किसानों उन्हें माफ करने वाला नहीं है। वह इस चुनाव में उन्हें साफ कर देगा।’
अखिलेश ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के 12वीं पास के बाद लैपटॉप दिए जाने संबंधी बयान पर तंज करते हुए कहा कि भाजपा के एक नेता तो ऐसे हैं जो थूक लगाकर पर्चा बांट रहे थे और अभी उनका एक लैपटॉप वाला जो बयान है, उसको जो भी सुन रहा है वह लोटपोट हो जा रहा है। अखिलेश ने कहा कि उन्होंने (शाह ने)कहा 12वीं के बाद जो इंटर कर लेगा उसे लैपटॉप देंगे, शुक्र है कि उन्होंने यह नहीं कहा कि ‘इंटर के बाद जो दसवीं पास करेंगे उन्हें लैपटॉप देंगे।’
गौरतलब है कि कि शाह ने हाल ही में अपनी एक चुनावी रैली में कहा था कि ‘‘उत्तर प्रदेश में 12वीं पास करने के बाद जो लोग इंटर में दाखिला लेंगे उन्हें लैपटॉप दिया जाएगा।’ प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक पराजय होने का दावा करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा, कि बहराइच का जनसैलाब देखकर बहुत से भाजपा नेता अदृश्य हो जाएंगे। मुझे लगता है कि लोकतंत्र के इतिहास में ऐसा पहला चुनाव हो रहा है जहां भाजपा नेताओं की गाड़ियों और घरों से उनकी पार्टी के झंडे उतर गए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हमारे नौजवानों को नौकरी न देनी पड़े इसलिए भाजपा, सरकार की तमाम संपत्तियों को बेच रही है ताकि न रहे बांस न बजे बांसुरी। अखिलेश ने अपने तमाम चुनावी वादों का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का यह चुनाव उत्तर प्रदेश को बदहाली से बचाने का चुनाव है। यह चुनाव लोकतंत्र, संविधान और हमारी गंगा जमुनी संस्कृति को भी बचाने का चुनाव है।