उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो घुसपैठियों के मारे जाने के दो दिन बाद उनमें से एक की पहचान बागू खान के रूप में हुई है, जो वर्षों से उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने वाले घुसपैठियों के लिए ‘मानव नेविगेटर’ के रूप में काम
करता था।
सूत्रों ने शनिवार को ‘ट्रिब्यून’ को बताया कि बागू खान के पास से बरामद दस्तावेजों में उसका पता पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद का बताया गया है। सूत्रों ने बताया कि वह मूल रूप से बांदीपोरा जिले के मलंगम इलाके का रहने वाला है और 1990 के दशक में घाटी में आतंकवाद भड़कने के बाद, 1995 में हथियारों की खेप के लिए सीमा पार कर गया था। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि वह पहले हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ा था। फिर उसने संगठन बदल लिया। अगले कुछ वर्षों में वह एक विशेषज्ञ बन गया और आतंकवादियों की मदद करने लगा और घुसपैठ में मदद करता रहा।