Terrorist-gangster nexus: पंजाब में आतंकी-गैंगस्टर गठजोड़ पर बड़ा खुलासा, बब्बर खालसा के नेटवर्क पर फिर शिकंजा
Terrorist-gangster nexus: पंजाब में आतंकवाद और गैंगस्टर नेक्सस पर पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। अमृतसर के पंडोरी निवासी मलकीत सिंह को गिरफ्तार कर पुलिस ने उसके पास से एक हैंड ग्रेनेड, पिस्तौल और 10 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
पंजाब पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आरोपी का सीधा लिंक ब्रिटेन में बैठे गैंगस्टर धर्मा संधू से मिला है। संधू, पाकिस्तान में पनाह लिए कुख्यात आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा का करीबी सहयोगी है। यह गिरफ्तारी उस बड़े पैटर्न की ओर इशारा करती है, जिसमें पंजाब के गैंगस्टर, विदेशों में बैठे खालिस्तानी आतंकी नेताओं और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के बीच गठजोड़ साफ दिखाई देता है।
विदेशों में बैठे खालिस्तानी नेता और गैंगस्टर सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को टारगेट कर रहे हैं। हथियार और ड्रग्स पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पंजाब में गिराए जा रहे हैं। स्थानीय स्तर पर इन मॉड्यूल्स को फंडिंग और हथियार सप्लाई कर छोटे-छोटे आतंकी हमलों की योजना बनाई जाती है। बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) की स्थापना 1980 के दशक में हुई थी और इसने पंजाब व दिल्ली में कई बम धमाकों और टारगेट किलिंग को अंजाम दिया। हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा हाल के वर्षों में इस नेटवर्क का प्रमुख चेहरा बनकर उभरा।
उस पर मोहाली पुलिस इंटेलिजेंस मुख्यालय पर आरपीजी हमले (2022), लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट (2021) और कई टारगेट किलिंग में भूमिका का आरोप है। इससे पहले पुलिस अमृतसर, तरनतारन और फरीदकोट में कई आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर चुकी है। मोहाली आरपीजी हमले और लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट के तार पाकिस्तान और बीकेआई से जुड़े पाए गए थे। पंजाब पुलिस ने हाल ही में सीमावर्ती जिलों में ड्रोन से हथियार और नशा तस्करी करने वाले नेटवर्क को पकड़ा।
बड़ी चुनौतियां भी
पंजाब पुलिस का दावा है कि वह लगातार ऐसे मॉड्यूल का पर्दाफाश कर रही है, लेकिन विदेशों से संचालित होने वाला नेटवर्क बड़ी चुनौती बना हुआ है। रिंदा और उसके जैसे आतंकी पाकिस्तान में सुरक्षित ठिकानों से ऑपरेट कर रहे हैं। ब्रिटेन, कनाडा और जर्मनी में बैठे खालिस्तानी नेताओं और गैंगस्टरों से उनकी सांठगांठ है। पंजाब के युवाओं को पैसा, हथियार और "खालिस्तान आंदोलन’ के नाम पर बरगलाकर हिंसा की राह पर धकेला जा रहा है।
पूरे नेटवर्क की कड़ियों का होगा खुलासा
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि मलकीत सिंह की गिरफ्तारी से पूरे नेटवर्क की कड़ियों का खुलासा होगा। जांच यह पता लगाने के लिए जारी है कि बरामद हथियार कहां इस्तेमाल किए जाने थे और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं।