अर्जुन शर्मा
जम्मू, 12 जून
मुस्लिम बहुल कारगिल में एक गोम्पा की आधारशिला रखने के लिए बौद्ध प्रभुत्व वाले लेह से एक भिक्षु के मार्च ने सांप्रदायिक तनाव पैदा कर दिया है। गत 31 मई को शुरू हुआ यह मार्च 14 जून को पूरा होगा। बौद्ध भिक्षु चोसक्योंग पालगा रिंपोचे ने यह अभियान अपने कई समर्थकों के साथ शुरू किया है। इनका उद्देश्य एक अस्थायी ढांचे के स्थल पर विधिवत गोम्पा की स्थापना के लिए आधारशिला रखना है। यह अस्थायी ढांचा वर्तमान में एक विवादित स्थल पर स्थित है। मुस्लिम समुदाय के एक वर्ग ने गोम्पा की स्थापना का विरोध किया है। कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) ने डीसी को पत्र लिखकर कहा है कि यह मार्च राजनीति से प्रेरित है और लद्दाख में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ सकता है। वहीं, लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन (एलबीए) की कारगिल इकाई के प्रमुख स्कर्मा दादुल ने मार्च का समर्थन करते हुए कहा कि एलबीए की मुख्य इकाई की केडीए के साथ वार्ता से अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है। उन्होंने कहा, ‘हम कोई टकराव नहीं चाहते, लेकिन पूजा के लिए एक उचित स्थान हमारा अधिकार है।’