नयी दिल्ली, 27 जुलाई (एजेंसी)
राज्यसभा की कार्यवाही बाधित करने को लेकर सदन से निलंबित किए गए 20 विपक्षी सांसदों ने बुधवार को संसद भवन परिसर के अंदर 50 घंटे का क्रमिक विरोध प्रदर्शन शुरू किया। तृणमूल सदस्य डोला सेन ने बताया कि राज्यसभा सदस्य संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास क्रमिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और वे लोग रात भर वहीं रहेंगे। डोला सेन निलंबित सांसदों में से एक हैं।
उल्लेखनीय है कि कल जिन 19 सदस्यों को निलंबित किया गया था उनमें तृणमूल कांग्रेस के 7, द्रमुक के 6, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के 3, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के 2 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के एक सदस्य शामिल हैं। आम आदमी पार्टी के संजय सिंह को आज निलंबित कर दिया गया। विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही बुधवार को भोजनावकाश से पहले बाधित रही। एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे बैठक शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने घोषणा की कि मंगलवार को भोजनावकाश के बाद कार्यवाही के दौरान आप सदस्य संजय सिंह ने अशोभनीय आचरण किया था। उन्होंने सिंह के खिलाफ नियम 256 लगाए जाने की घोषणा की। संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने इस संबंध में एक प्रस्ताव पेश किया जिसे सदन ने ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया।
‘माफी मांगें तो वापस हो सकता है निलंबन ‘
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को कहा कि अगर निलंबित विपक्षी सांसद माफी मांग लें और आश्वासन दें कि वे सदन में तख्तियां नहीं दिखाएंगे तो आसन उनके निलंबन को वापस ले सकता है।