सुखबीर का दावा- एसएसपी ने विपक्षी उम्मीदवारों को निशाना बनाने को कहा
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब पुलिस पर जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनावों में सत्ताधारी दल के उम्मीदवारों को जिताने के लिए लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने दावे के समर्थन में एक ऑडियो क्लिप भी जारी की है।
सुखबीर बादल ने बृहस्पतिवार सुबह सोशल मीडिया पर एक ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी करते हुए दावा किया कि यह बुधवार रात पटियाला पुलिस अधिकारियों की एक कॉन्फ्रेंस कॉल की रिकॉर्डिंग है। क्लिप में कथित तौर पर पुलिस अधिकारी विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन करवाने से रोकने की रणनीतियों पर चर्चा करते सुनाई दे रहे हैं।
सुखबीर बादल ने कहा कि कॉल पर अधिकारी एसएसपी वरुण शर्मा से नामांकन प्रक्रिया के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने संबंधी निर्देश ले रहे थे। कथित रिकॉर्डिंग में बातचीत के ऐसे अंश भी हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि यदि कोई गलत काम करना हो, तो वह नामांकन केंद्रों के बाहर होना चाहिए। क्लिप में एक अधिकारी कथित तौर पर कहता है कि प्रशासन को बल प्रयोग से कोई आपत्ति नहीं, बस उम्मीदवार नामांकन स्थल तक न पहुंच पाएं।
पुलिस ने बताया एआई जनरेटेड : पटियाला पुलिस ने क्लिप को फर्जी व एआई जनित बताया है।
विपक्ष ने की कार्रवाई की मांग : विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप बाजवा ने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए राज्य निर्वाचन आयुक्त से सख्त कार्रवाई की मांग की। पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि आप पंजाब में पुलिस का गलत इस्तेमाल कर पूरे चुनाव को चुराने की तैयारी कर रही है। आप प्रवक्ता नील गर्ग ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया।
फार्म छीना : विपक्षी दल कांग्रेस, शिअद और भाजपा ने दावा किया कि सत्तारूढ़ दल के इशारे पर कुछ विपक्षी उम्मीदवारों के नामांकन पत्र फाड़े गए या छीन लिए गए। बृहस्पतिवार को चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन था। पटियाला के घनौर में, पूर्व कांग्रेस विधायक मदन लाल ने आरोप लगाया कि शंभू ब्लॉक से पार्टी के दो उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोका गया।
चुनाव आयोग सख्त, डीजीपी से मांगी रिपोर्ट
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : इस मामले में राज्य चुनाव आयुक्त राज कमल चौधरी ने पंजाब पुलिस के डीजीपी से रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने बताया कि आयोग पूरे प्रकरण से अवगत है और सत्यता जानने के लिए डीजीपी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। इसी बीच, पटियाला के डीआईजी कुलदीप चहल ने आयोग को पत्र लिखकर दावा किया है कि वायरल ऑडियो क्लिप एआई से तैयार की गई है और इस संबंध में पटियाला के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। उधर, चुनाव आयोग के निर्देश पर डीजीपी ने एडीजीपी एसपीएस परमार को मामले की जांच सौंप दी है।
