Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

तेजस में स्वदेशी जीवनरक्षक प्रणाली का परीक्षण सफल

नयी दिल्ली, 5 मार्च (एजेंसी) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस में पायलटों के लिए स्वदेशी जीवनरक्षक प्रणाली का अत्यधिक ऊंचाई पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उड़ान के दौरान पायलटों...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

नयी दिल्ली, 5 मार्च (एजेंसी)

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस में पायलटों के लिए स्वदेशी जीवनरक्षक प्रणाली का अत्यधिक ऊंचाई पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उड़ान के दौरान पायलटों के लिए सांस लेने योग्य ऑक्सीजन उत्पन्न करने और उसे नियंत्रित करने के लिए अत्याधुनिक जीवनरक्षक प्रणालियां डिजाइन की गयी हैं, जिससे पारंपरिक सिलेंडर आधारित ऑक्सीजन पर निर्भरता समाप्त हो गयी है।

Advertisement

मंत्रालय ने कहा कि उपयुक्त संशोधनों के साथ इस प्रणाली को मिग-29के और अन्य विमानों में भी उपयोग के अनुकूल बनाया जा सकता है।

Advertisement

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ, भारतीय वायुसेना, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और उद्योग भागीदारों को इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी। सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि यह परीक्षण अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकियों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है और यह ‘विकसित भारत 2047’ के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

मंत्रालय के अनुसार, आईएलएसएस में 90 प्रतिशत सामग्री स्वदेशी है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ के अध्यक्ष समीर वी कामत ने एलसीए तेजस के लिए स्वदेशी आईएलएसएस के अत्यधिक ऊंचाई पर किये गए सफल परीक्षण में योगदान के लिए डीआरडीओ टीम, वायुसेना और उद्यम भागीदारों की सराहना की।

Advertisement
×