छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल का बेटा गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित घर पर छापे के बाद उनके बेटे चैतन्य बघेल को कथित शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार...
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (दाएं) के बेटे चैतन्य बघेल को रायपुर की पीएमएलए अदालत में पेश करने ले जाते ईडी अधिकारी। -प्रेट्र
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित घर पर छापे के बाद उनके बेटे चैतन्य बघेल को कथित शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार कर लिया। विशेष पीएमएलए अदालत ने उन्हें पांच दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया है।
कांग्रेस विधायकों ने चैतन्य की गिरफ्तारी के विरोध में छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं व उनके परिवार को परेशान करने और दबाने के लिए किया जा रहा है। भूपेश बघेल ने बताया कि आज चैतन्य का जन्मदिन है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि विधानसभा सत्र के आखिरी दिन ईडी उनके घर आयी, जब रायगढ़ जिले की तमनार तहसील में अदाणी समूह की कोयला खदान परियोजना के लिए पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाया जाना था।
ये हैं आरोप
सूत्रों के अनुसार, चैतन्य से जुड़ी कंपनियों को कथित शराब घोटाले से अर्जित लगभग 17 करोड़ रुपये की अपराध आय प्राप्त हुई। लगभग 1070 करोड़ रुपये की धनराशि के साथ उनकी भूमिका एजेंसी की जांच के दायरे में है। ईडी ने दावा किया है कि घोटाले के परिणामस्वरूप राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों की जेबों में 2100 करोड़ रुपये से अधिक की रकम गई। संघीय जांच एजेंसी ने 10 मार्च को भी चैतन्य के खिलाफ इसी तरह की छापेमारी की थी। पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता कवासी लखमा, रायपुर के महापौर एवं कांग्रेस नेता एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर, पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, भारतीय दूरसंचार सेवा अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी और कुछ अन्य लोगों को जनवरी में गिरफ्तार किया गया था। ईडी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाला 2019 और 2022 के बीच हुआ, जब राज्य में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी। इस जांच के तहत अब तक एजेंसी ने विभिन्न आरोपियों की लगभग 205 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है।
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