नयी दिल्ली, 28 जुलाई (एजेंसी) विपक्ष के कुछ निलंबित सदस्य अपने खिलाफ हुई कार्रवाई के विरोध में संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष बुधवार की पूरी रात मौजद रहे। आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और कुछ अन्य सदस्यों ने रात के समय धरना दिया। निलंबित विपक्षी सदस्य अपने निलंबन के खिलाफ बुधवार से 50 घंटे का धरना दे रहे हैं। उच्च सदन में मंगलवार को अशोभनीय आचरण के लिए लोकसभा में चार कांग्रेस सदस्यों को मानसून सत्र की शेष अवधि और राज्यसभा के 20 विपक्षी सदस्यों को वर्तमान सप्ताह के शेष समय के लिए निलंबित किया गया है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।