‘कुछ लोग जन नायक कर्पूरी ठाकुर का सम्मान छीनने की कोशिश में’ : मोदी का राहुल पर अप्रत्यक्ष प्रहार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को बिहार में युवाओं के लिए 62,000 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने राजद शासनकाल में शिक्षा व्यवस्था की दुर्दशा को राज्य से पलायन का बड़ा कारण बताया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की सराहना की, जिसने शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में नई दिशा दी है।
मोदी ने इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अप्रत्यक्ष प्रहार करते हुए कहा कि ‘कुछ लोग जननायक कर्पूरी ठाकुर के सम्मान को चुराने की कोशिश कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जननायक का यह गौरव सोशल मीडिया ट्रोल्स ने नहीं दिया, यह जनता के प्रेम का प्रतीक है।’
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि उनकी सरकार ने पिछले वर्ष कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किया था। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने राज्य के विकास के लिए नई प्रतिबद्धताएं ली हैं और अगले पांच वर्षों में रोजगार पाने वालों की संख्या बीते बीस वर्षों की तुलना में दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है।
मोदी ने कहा कि आज का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि बिहार के युवाओं को रोजगार के लिए राज्य से बाहर न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि मौजूदा पीढ़ी को शायद यह नहीं पता कि 20-25 वर्ष पहले शिक्षा व्यवस्था किस तरह चौपट हो चुकी थी। स्कूल नहीं खुलते थे, भर्तियां नहीं होती थीं और छात्रों को मजबूरी में अन्य राज्यों में जाना पड़ता था।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘एक पेड़ जिसकी जड़ें सड़ चुकी हों, उसे फिर से सींचना बहुत कठिन होता है, बिहार की स्थिति भी तब कुछ ऐसी ही थी।’ उन्होंने एनडीए सरकार की सराहना की, जिसने शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में व्यापक सुधार किए हैं।
मोदी ने कहा कि देश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने पिछले दशक में 5,000 नए आईटीआई स्थापित किए हैं, जबकि 2014 तक केवल 10,000 आईटीआई ही थे।
उन्होंने प्रधानमंत्री कौशल एवं रोजगार परिवर्तन (पीएम-सेतु) योजना की शुरुआत की, जिसके तहत 1,000 सरकारी आईटीआई को हब-एंड-स्पोक मॉडल में उन्नत किया जाएगा। 200 हब आईटीआई और 800 स्पोक आईटीआई। इस योजना में 60,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है।
इसके अलावा, मोदी ने बिहार की ‘मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना’ के पुनर्गठित संस्करण की भी शुरुआत की, जिसके तहत लगभग पांच लाख स्नातक युवाओं को दो वर्ष तक हर महीने 1,000 रुपये का भत्ता और नि:शुल्क कौशल प्रशिक्षण मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने ‘बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना’ का नया स्वरूप भी लॉन्च किया, जिसके तहत विद्यार्थियों को अब चार लाख रुपये तक का ब्याज-मुक्त शिक्षा ऋण मिलेगा।
इस अवसर पर उन्होंने ‘जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय’ का उद्घाटन किया, जिसे उद्योगोन्मुखी पाठ्यक्रमों और व्यावसायिक शिक्षा के माध्यम से वैश्विक प्रतिस्पर्धी कार्यबल तैयार करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है।