ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 24 मार्च
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार से अपने सूबे के लिए एक लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की मांग की है। उन्होंने बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के बाद मान की पीएम के साथ यह पहली मुलाकात रही। पीएम से मिलने पहुंचे भगवंत ने मोदी को पंजाबियत का प्रतीक नक्काशी किया हुआ चरखा और पंजाब की फुलकारी भेंट की।
मान ने पीएम के सामने पंजाब के कई मुद्दे रखे। उन्होंने बताया कि राज्य का खजाना खाली है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती राज्य होने के चलते पंजाब आर्थिक रूप से काफी कमजोर है। पूर्व की सरकारों ने पंजाब को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए प्रयास नहीं किए। इस समय पंजाब का कर्ज तीन लाख करोड़ पार हो चुका है। मान ने कहा, ‘आम आदमी पार्टी की सरकार खूब प्रयास कर रही है, लेकिन पंजाब को आर्थिक रूप से मजबूत होने में ढाई से तीन साल का समय लगेगा।’ उन्होंने कहा कि आर्थिक हालात देखते हुए केंद्र सरकार पंजाब को दो साल के लिए 50-50 हजार करोड़ का पैकेज दे। दो साल में एक लाख करोड़ रुपये की वित्तीय मदद मिलने से पंजाब अपने पैरों पर खड़ा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले समय के दौरान पंजाब का माहौल बिगाड़ने के प्रयास किए गए, लेकिन पंजाब वासियों की एकता व भाईचारे के आगे विरोधी कामयाब नहीं हो सके। पंजाब के लोग शांति चाहते हैं।
मान ने प्रधानमंत्री से कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर पंजाब में शांति कायम रखना जरूरी है। इसके लिए केंद्र के सहयोग की जरूरत है। मीडिया के सवालों पर मान ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया है कि वह आर्थिक पैकेज के मुद्दे पर वित्त मंत्री से बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री ने आश्वस्त किया है कि पंजाब सरकार द्वारा पंजाब वासियों के हित में भेजे जाने वाले किसी भी प्रोजेक्ट में केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगी। केंद्र व पंजाब की सरकार मिलकर पंजाब की मजबूती के लिए काम करेंगे।’
राज्यसभा में भी बढ़ी आप की धाक, पंजाब से पांचों उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित
दिल्ली और पंजाब में सत्तासीन आम आदमी पार्टी की अब राज्यसभा में भी ताकत बढ़ गई है। बृहस्पतिवार को नामांकन-पत्र वापसी के आखिरी दिन पंजाब से आप के पांचों उम्मीदवारों का निर्विरोध राज्यसभा पहुंचना तय हो गया। इसके साथ ही राज्यसभा में आप सांसदों की संख्या 8 हो रही है। पंजाब से पार्टी ने संदीप कुमार पाठक, राघव चड्ढा, हरभजन सिंह, अशोक मित्तल और संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार घोषित किया था। इनके खिलाफ किसी भी दूसरे दल की ओर से उम्मीदवार नहीं उतारे गये। 117 सदस्यों वाली पंजाब विधानसभा में आप के 92 विधायक हैं, ऐसे में उसके पांचों उम्मीदवारों का चुना जाना तय था। राज्यसभा चुनावों के रिटर्निंग अधिकारी और पंजाब विधानसभा सचिव सुरिंद्र पाल ने बृहस्पतिवार को बताया कि चुनाव प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है।
जुलाई में हो जाएंगे 10 : जुलाई में पंजाब से राज्यसभा की दो और सीटें खाली होंगी। इन सीटों पर भी आम आदमी पार्टी का ही कब्जा रहेगा। ऐसे में जुलाई तक आप सांसदों की राज्यसभा में संख्या बढ़कर 10 हो जाएगी।