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अगस्त में आसमानी आफत : जम्मू-कश्मीर में सदी की दूसरी सबसे ज्यादा बारिश

बाढ़ जैसे हालात, जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर पुल क्षतिग्रस्त
कठुआ में रविवार को जम्मू-कठुआ नेशनल हाईवे पर बाढ़ के बीच पुल के एक तरफ से गुजरते वाहन जबकि दायीं ओर का पुल बारिश के चलते क्षतिग्रस्त हो गया है।-प्रेट्र
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जम्मू-कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में रात भर हुई भारी बारिश से कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक महत्वपूर्ण पुल क्षतिग्रस्त हो गया।

जम्मू में रविवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटों में 190.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। यह अगस्त महीने में सदी की दूसरी सबसे ज्यादा बारिश है। अगस्त में अब तक की सबसे अधिक 228.6 मिमी बारिश पांच अगस्त, 1926 को दर्ज की गई थी। वहीं, 11 अगस्त, 2022 को 189.6 मिमी बारिश हुई थी।

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जम्मू शहर में भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। सड़कें जलमग्न हो गईं। कई इलाकों में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया। कई मकानों की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं। लगभग एक दर्जन वाहन अचानक आई बाढ़ में बह गए। तवी पुल के पास एक मंदिर से सटी सड़क का एक हिस्सा धंस गया, जबकि जम्मू बस स्टैंड के निकास द्वार पर बनी एक पुलिया भारी बारिश के कारण ढह गई। कठुआ जिले में भारी बारिश के बाद सहार खाद नाले में पानी भर जाने से जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर लोगेट मोड़ के पास पुल क्षतिग्रस्त हो गया। यातायात वैकल्पिक पुल के जरिए डायवर्ट किया गया। सांबा में बसंतर, कठुआ में उझ व रावी, डोडा में चिनाब, किश्तवाड़, रामबन-उधमपुर व जम्मू में जम्मू-तवी सहित प्रमुख नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ गया। जम्मू क्षेत्र के राजौरी, पुंछ और उत्तरी कश्मीर के गुरेज में कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। मुगल रोड और सिंथन रोड विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन के कारण बंद रहा। राज्य में 27 अगस्त तक मध्यम से तीव्र बारिश के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में बादल फटने, अचानक बाढ़ एवं भूस्खलन का पूर्वानुमान जताया गया है।

चिकित्सा संस्थान के छात्रावास में भरा सात फुट पानी

जम्मू में भारतीय एकीकृत चिकित्सा संस्थान के छात्रावास परिसर के भूतल में सुबह करीब सात फुट तक पानी भर गया, जिससे कई विद्यार्थी फंस गये। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और पुलिस ने करीब पांच घंटे अभियान चलाकर 45 विद्यार्थियों को सुरक्षित निकाल लिया। विद्यार्थियों तक पहुंचने के लिए नावों का इस्तेमाल किया गया।

थराली में बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी

देहरादून (एजेंसी) : उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली में आई आपदा के एक दिन बाद रविवार को बचाव और राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी रहा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रभावित क्षेत्र पहुंचे। थराली में शुक्रवार देर रात हुई भारी बारिश के कारण टूनरी बरसाती नाले में बाढ़ आ गई। बाढ़ के साथ आए मलबे की चपेट में आने से 20 वर्षीय युवती की जान चली गई तथा चेपड़ों बाजार में 78 वर्षीय व्यक्ति लापता हो गया। घटना में नौ व्यक्ति घायल हुए हैं। करीब 150-200 लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

दिल्ली में सड़क धंसी

नयी दिल्ली (एजेंसी) : दिल्ली के द्वारका में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के निकट सड़क का एक हिस्सा रविवार सुबह भारी बारिश के कारण हुए जलभराव के कारण धंस गया। इसके कारण क्षेत्र में यातायात बाधित रहा।

 

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