नयी दिल्ली, 31 जनवरी (एजेंसी)
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को अपने वादे का ‘अलग हटके’ बजट पेश करने वाली हैं। उम्मीद की जा रही है कि महामारी से पीड़ित आम आदमी को ‘आर्थिक टीके’ के साथ बड़ी राहत दी जायेगी। स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे और रक्षा पर अधिक खर्च के माध्यम से आर्थिक सुधार को आगे बढ़ाने पर अधिक ध्यान दिये जाने की भी उम्मीद की जा रही है।
इसमें व्यापक रूप से रोजगार सृजन और ग्रामीण विकास पर खर्च को बढ़ाने, विकास योजनाओं के लिये उदार आवंटन, औसत करदाताओं के हाथों में अधिक पैसा डालने और विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिये नियमों को आसान किये जाने की उम्मीद की जा रही है। सीतारमण ने 2019 में चमड़े के पारंपरिक ब्रीफकेस को बदल दिया था और लाल कपड़े में लिपटे ‘बही-खाते’ के रूप में बजट दस्तावेजों को पेश किया था। उन्होंने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि बजट इस तरीके का होगा, जैसा पहले कभी नहीं देखा गया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बजट कोरोना महामारी की वजह से तबाह हुई अर्थव्यवस्था को वापस जोड़ने की शुरुआत होगा।
पहला चरण अब 13 तक : संसद के बजट सत्र का पहला चरण 15 फरवरी के बजाय 13 फरवरी को संपन्न होगा क्योंकि राज्यसभा ने रविवार को अपनी बैठकों में बदलाव का फैसला किया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।