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एसआईटी गठित, आईजी पुष्पेन्द्र को जांच की कमान

आईपीएस सुसाइड केस : एफआईआर से असंतुष्ट पत्नी ने भेजी नयी शिकायत

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IPS Puran Kumar suicide case
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हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले की जांच के लिए चंडीगढ़ के डीजीपी सागर प्रीत हुड्डा ने शुक्रवार को एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) गठित कर दी। इस छह सदस्यीय एसआईटी की अध्यक्षता आईजीपी पुष्पेन्द्र कुमार करेंगे, जबकि चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर, एसपी सिटी केएम प्रियंका, डीएसपी-ट्रैफिक चरणजीत सिंह विर्क, एसडीपीओ साउथ गुरजीत कौर और सेक्टर-11 पुलिस स्टेशन के एसएचओ इंस्पेक्टर जयवीर सिंह राणा को बतौर सदस्य शामिल किया गया है। एसआईटी को समयबद्ध तरीके से जांच पूरी करने का निर्देश दिया गया है।

वाई पूरन कुमार की पत्नी और हरियाणा सरकार में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार ने एफआईआर पर गंभीर आपत्ति जताते हुए बृहस्पतिवार की रात 12:53 बजे एक विस्तृत शिकायत चंडीगढ़ पुलिस की एसएसपी को भेजी। उन्होंने आरोप लगाया है कि 9 अक्तूबर को रात 10:22 बजे दर्ज हुई एफआईआर नंबर 156/2025 अधूरी है, इसमें कई जरूरी तथ्य और नाम छूट गए हैं। अमनीत का कहना है कि एफआईआर में मुख्य आरोपियों- हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया के नाम स्पष्ट रूप से दर्ज नहीं हैं। दोनों नाम उनके पति द्वारा छोड़े गए ‘फाइनल नोट’ में साफ तौर पर उल्लिखित हैं।

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आईएएस अमनीत ने अपनी शिकायत में कहा है कि एफआईआर में एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम की गलत धारा लगाई गई है। उन्होंने मांग की है कि धारा 3(2)(v) लगाई जाए, क्योंकि यह किसी दलित अधिकारी के खिलाफ उत्पीड़न की गंभीर स्थिति पर लागू होती है।

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फाइनल नोट्स’ की प्रमाणित कॉपी न देने पर भी आपत्ति : आईएएस अमनीत ने कहा है कि 7 अक्तूबर को उनके पति के पॉकेट और लैपटॉप बैग से दो ‘फाइनल नोट्स’ बरामद हुए थे, लेकिन अब तक उनकी सत्यापित प्रतियां परिवार को नहीं दी गईं। उनका आरोप है कि एफआईआर में जानबूझकर कुछ महत्वपूर्ण अंश छोड़े गए हैं, ताकि केस को कमजोर बनाया जा सके। उन्होंने आग्रह किया है कि दोनों ‘फाइनल नोट्स’ की प्रमाणित कॉपी परिवार को तत्काल दी जाए, ताकि एफआईआर और दस्तावेजों की तुलना की जा सके और सच्चाई सामने आ सके।

परिवार की तीन प्रमुख मांगें

n एफआईआर में मुख्य आरोपियों के नाम स्पष्ट रूप से जोड़े जाएं।

n एससी/एसटी एक्ट की सही धारा 3(2)(v) लगाई जाए।

n ‘फाइनल नोट्स’ की प्रमाणित प्रतियां तत्काल उपलब्ध कराई जाएं।

पोस्टमार्टम के लिए मनाने का प्रयास : वाई पूरन कुमार के शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार को भी नहीं हो पाया। उनकी आईएएस पत्नी अमनीत पी. कुमार को पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार के लिए मनाने का प्रयास पूरा दिन चला।

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