बहन और पिता ने दी मुखाग्नि, पत्नी ने नारे के साथ दी विदाई
रमेश सरोए/हप्र
करनाल, 23 अप्रैल
पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (26) को बुधवार देर शाम करनाल में अंतिम विदाई देने जनसैलाब उमड़ा। माडल टाउन शिवपुरी में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके पिता और छोटी बहन ने मुखाग्नि दी।
महज एक हफ्ते पहले विनय की दुल्हन बनीं हिंमाशी अपने पति के शव से लिपटी रहीं और फिर उन्हें अंतिम बार चूम कर विदा किया। दुख से घुटते हुए, उन्होंने हिम्मत जुटाते हुए नारा लगाया- लेफ्टिनेंट विनय नरवाल अमर रहे। भावना की तीव्रता को दोहराते हुए, भीड़ ने ‘भारत माता की जय’, ‘विनय नरवाल अमर रहे’, ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। विनय की छोटी बहन सृष्टि भी उतनी ही दुखी थीं, लेकिन वह अपने पिता राजेश नरवाल और हिमांशी को सांत्वना देती नजर आईं। इस मौके पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण, पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, विधायक जगमोहन आनंद और मेयर रेणु बाला गुप्ता के अलावा क्षेत्र के प्रमुख लोग, नौसेना के अधिकारी, परिवार के सदस्य, मित्र, पड़ोसी और गणमान्य लोग मौजूद रहे।
लेफ्टिनेंट नरवाल की छोटी बहन सृष्टि ने अपने भाई की नृशंस हत्या में शामिल लोगों के लिए मौत की मांग की। उन्होंने कहा, ‘मेरे भाई को इसलिए मारा गया, क्योंकि वह मुसलमान नहीं था। कोई भी उसकी मदद के लिए नहीं आया। वह डेढ़ घंटे तक जिंदगी और मौत के बीच जूझता रहा। मैं उन लोगों के लिए मौत चाहती हूं, जिन्होंने मेरे भाई को मारा।’
इससे पहले, सीएम सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने लेफ्टिनेंट नरवाल के दादा हवा सिंह नरवाल से वीडियो कॉल पर बात की, उन्हें राज्य और केंद्र सरकारों के अटूट समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने आतंकवादी कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया। दादा हवा सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री सैनी के साथ वीडियो कॉल के दौरान उन्होंने कहा, ‘मैं इस हत्याकांड के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहता हूं।’
मसूरी में हुए थे एक, पहलगाम में जुदा
करनाल (परवीन अरोड़ा) : मसूरी के खूबसूरत नजारों के बीच 16 अप्रैल को ड्रीम डेस्टिनेशन वेडिंग और 22 अप्रैल को पहलगाम में भीषण आतंकी हमला। भारतीय नौसेना के 26 वर्षीय अधिकारी, लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की दुनिया महज छह दिनों में खत्म हो गयी। मूल रूप से जिले के भुसाली गांव के विनय नरवाल वर्तमान में करनाल के सेक्टर-7 में रह रहे थे। एक सप्ताह पहले ही गुरुग्राम की हिमांशी से शादी की थी, जो किसी परीकथा से कम नहीं थी- पहाड़ों, फूलों, दोस्तों और परिवार से घिरी हुई। इस जोड़े का रिसेप्शन 19 अप्रैल को करनाल में हुआ। ढेरों खुशियों के बीच भविष्य के सपने बुन रहा नवविवाहित जोड़ा जम्मू-कश्मीर की खूबसूरत घाटियों में हनीमून के लिए निकल पड़ा। वह 21 अप्रैल को पहलगाम पहुंचे। एक दिन बाद ही त्रासदी हो गयी। पत्नी के हाथों से शादी की मेहंदी भी अभी उतरी नहीं थी कि आतंकवादियों ने विनय की हत्या कर दी। हिमांशी हमले में बच गयीं, लेकिन बेहद सदमे और असहनीय दुःख में हैं। उनकी प्रेम कहानी, जो अभी शुरू ही हुई थी, एक पल में बिखर गयी। कोच्चि में तैनात विनय अपनी शादी के लिए छुट्टी पर थे और बुधवार शाम ताबूत में घर लौटे।