'जाने क्या चाहे मन बावरा' जैसे गीत के गायक जुबिन की 'स्कूबा डाइविंग' के दौरान मौत
‘स्कूबा डाइविंग' के दौरान गर्ग को चोटें आईं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। ‘स्कूबा डाइविंग' पानी के अंदर एक प्रकार की गतिविधि है, जिसमें लोग विशेष उपकरणों की मदद से सांस लेते हुए समुद्र या किसी गहरे जल स्रोत में गोता लगाते हैं और तैरते हैं। ‘नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल' के आयोजकों ने बताया कि ‘स्कूबा डाइविंग' करते समय उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई और उन्हें तुरंत सीपीआर दिया गया और इसके बाद उन्हें सिंगापुर जनरल अस्पताल ले जाया गया। उन्हें बचाने के तमाम प्रयासों के बावजूद, अपराह्न लगभग दो बजकर 30 मिनट पर आईसीयू में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा, ‘बहुत दुखद समाचार है और राज्य तथा राष्ट्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है। ... वह बहुत जल्दी चले गये, यह जाने की उम्र नहीं थी। जुबिन की आवाज में लोगों में जोश भरने की बेजोड़ क्षमता थी और उनका संगीत सीधे हमारे मन और आत्मा को छूता था।' कांग्रेस की असम इकाई के अध्यक्ष एवं लोकसभा में पार्टी के उपनेता गौरव गोगोई ने गर्ग के निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें ‘हर असमिया का गौरव' बताया। देशभर से उनके चाहने वालों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।