बाढ़ प्रभावित इलाकों में जमी है गाद, CM मान बोले- सबसे पहले 2,300 गांवों में चलेगा सफाई अभियान
Punjab floods: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित 2,300 गांवों में व्यापक सफाई अभियान चलाएगी, जिसके लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
मान ने कहा कि हर गांव को मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीन, ट्रैक्टर-ट्रॉली और मजदूर उपलब्ध कराए जाएंगे। बाढ़ से गांवों में आए रेत, पेड़ और अन्य मलबे को हटाया जाएगा। उन्होंने बताया कि “शुरुआत में प्रत्येक गांव को एक लाख रुपये की टोकन राशि दी जाएगी। इसके बाद जरूरत के हिसाब से अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। यह अभियान 25 सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।”
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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मेडिकल कैंप भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा 550 एंबुलेंस तैनात की जाएंगी। स्वास्थ्य कर्मियों को पंचायत भवनों, धर्मशालाओं, आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों में ड्यूटी दी जाएगी।
मान ने बताया कि हाल की बाढ़ से 713 गांवों में 2.60 लाख पशु प्रभावित हुए हैं। ऐसे में बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए विशेष डिसइंफेक्शन अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि धान की खरीद 16 सितंबर से शुरू हो जाएगी और बाढ़ प्रभावित मंडियों की मरम्मत 19 सितंबर तक पूरी कर दी जाएगी।
मान ने कहा, हम पहले वाली सरकारों की तरह सिर्फ मुआवज़े के ऐलान तक सीमित नहीं रहेंगे। अधिकारियों को विशेष गिरदावरी करके जल्द से जल्द रिपोर्ट तैयार करने के आदेश दिए हैं। बहुत जल्दी घोषित किया गया मुआवज़ा बाढ़ पीड़ितों को मिलेगा।
बाढ़ के कारण नष्ट हुए घरों के लिए SDRF के 6800 रुपये के फंड को बढ़ाकर हम 40,000 रुपये मुआवज़ा देंगे। बाढ़ में मरे हुए पशुओं के लिए पीड़ितों को 37,500 रुपये मुआवज़ा दिया जाएगा। हम किसी का भी चुल्हा बुझने नहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि हमने अधिकारियों को सख़्त निर्देश दिए हैं कि यदि इस दुख की घड़ी और पुण्य के काम में किसी ने लापरवाही या बेईमानी करने की कोशिश की तो सख़्त कार्रवाई की जाएगी। मुझे इस बात की संतुष्टि है कि पूरी दुनिया को पंजाब के लोगों ने यह बता दिया है कि हमारी एकता किसी भी संकट का सामना कर सकती है। हम इस मुश्किल समय में विपक्ष द्वारा की जा रही राजनीति में नहीं उलझेंगे। 45 दिनों के भीतर हर तरह के नुकसान के चेक तैयार करके उन्हें लोगों को अपने हाथों से सौंपेंगे। जब तक लोगों को उनका मुआवज़ा नहीं मिल जाता, तब तक ना मैं चैन से बैठूंगा और ना ही किसी अधिकारी को बैठने दूंगा।
भगवंत मान ने कहा, हमने किसानों को "जिसका खेत, उसकी रेत" योजना के तहत अपने खेतों से रेत उठाने की अनुमति दी है। यदि किसी किसान के पास मिट्टी हटाने के लिए साधन नहीं हैं, तो सरकार की ओर से उन्हें JCB मशीन उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा बाढ़ के कारण जमा हुई गंदगी को हटाने के लिए भी प्रबंध किए जा रहे हैं।
बाढ़ के कारण गांवों में फैली गंदगी को साफ़ करने के लिए बड़े स्तर पर सफाई अभियान चलाया जाएगा। लगभग 2300 गांवों और वार्डों से मलबा हटाने के लिए सरकार की ओर से JCB, ट्रैक्टर-ट्रॉली और मज़दूरों की व्यवस्था की जाएगी। लोगों का जनजीवन दोबारा बहाल करने के लिए हर तरह का प्रयास किया जाएगा। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के लिए मेडिकल कैंप लगाए जाएँगे। गाँवों के सार्वजनिक स्थलों पर 24 घंटे चिकित्साकर्मी उपलब्ध रहेंगे। आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 550 एम्बुलेंस तैनात की जाएंगी।