नकली दवाइयों और ड्रग तस्करी के खिलाफ सात राज्यों की साझा पहल
नकली दवाइयों और मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए देश में पहली बार सात राज्यों के ड्रग्स कंट्रोलरों, पुलिस और सीआईडी अधिकारियों को एक मंच पर लाने वाला अंतर्राज्यीय सेमिनार चंडीगढ़ में आयोजित हुआ। इस स्ट्रैटेजी मीट की अगुवाई खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) हरियाणा ने की। उद्देश्य था, सीमावर्ती राज्यों के बीच बेहतर समन्वय, सूचना साझेदारी और तेज प्रवर्तन तंत्र विकसित करना।
सेमिनार में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड और महाराष्ट्र के औषधि नियंत्रक और वरिष्ठ अधिकारियों समेत 70 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने भाग लेकर न अपने अनुभव साझा किए और भविष्य की संयुक्त कार्ययोजना पर भी विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम का शुभारंभ हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने किया। एफडीए हरियाणा के आयुक्त डॉ. मनोज कुमार, राज्य औषधि नियंत्रक ललित कुमार गोयल सहित मुख्यालय व फील्ड अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
सुधीर राजपाल ने कहा कि नकली दवाओं का व्यापार और एनडीपीएस तस्करी मात्र किसी एक राज्य की समस्या नहीं है। ये राष्ट्रीय मुद्दे हैं, जिनका समाधान राज्यों के संयुक्त प्रयासों से ही संभव है। उन्होंने डेटा साझा करने, पारदर्शी समन्वय और ‘वन टीम–वन स्ट्रैटेजी’ पर जोर देते हुए अधिकारियों से जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ कार्य करने की अपील की।
