नयी दिल्ली, 28 अप्रैल (एजेंसी)
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध ने इस बात को रेखांकित किया है कि सैन्य साजो-सामान के मामले में आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है। नौसेना कमांडरों के सम्मेलन में सिंह ने कहा कि अभियानों में ‘संयुक्त रूप से काम करना’ भविष्य में किसी भी युद्ध में अहम होगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे जानकारी है कि समुद्री थियेटर कमान पर अध्ययन को लेकर काफी प्रगति हुई है।’ रक्षा मंत्री ने कहा कि स्वदेश निर्मित पहले विमानवाहक पोत ‘विक्रांत’ का जलावतरण एक और ऐतिहासिक घटनाक्रम होगा। उन्होंने कहा, ‘जी जान से कोशिश करनी होगी ताकि इस पोत को हमारी आजादी के 75वें वर्ष में नौसेना में शामिल किया जा सके। यह ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ में अहम योगदान होगा।’