Google से खोजे जींद के डॉक्टरों के नंबर, फिर मांगी रंगदारी, गिरफ्तार
Extortion in Jind: जींद में पिछले दिनों शहर के नामी डॉक्टरों को फोन पर रंगदारी मांगने, गोली मारने की धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस से बचने के लिए आरोपी भाग रहा था, तो फ्लाईओवर के पास पुलिस ने दोनों तरफ से उसे घेर लिया, जिस पर आरोपी फ्लाईओवर से नीचे कूद गया। इससे उसकी टांग में फैक्चर आ गया।
आरोपी को उपचार के लिए जींद के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। आरोपी की पहचान थुआ गांव निवासी अंकित के रूप में हुई है। अंकित पर पहले भी चार केस दर्ज हैं। अंकित गूगल से नामी लोगों, डॉक्टरों के नंबर निकाल कर उन्हें फोन करता और रंगदारी की मांग कर रहा था। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को फॉलो करता है और उसी की तरह मशहूर होने के लिए रंगदारी की मांग की थी।
जींद में 7 और 8 अगस्त को दो केस दर्ज हुए थे। इसमें 7 अगस्त को सिविल लाइन पुलिस को दी शिकायत में मुस्कान अस्पताल की संचालिका डॉ. मोनिका पूनिया ने बताया था कि वह अपने अस्पताल में ओपीडी देख रही थी। सुबह 11 बजकर 25 मिनट से 11 बजकर 53 मिनट के बीच कई बार अनजान नंबर से कॉल आई। उसने कॉल रिसीव की तो आरोपी ने 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी और जान से मारने की धमकी दी।
इसके बाद 8 अगस्त को सरस्वती आई केयर के मैनेजर नरेश ने शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उनके पास कई फोन आए लेकिन व्यस्तता के कारण फोन नहीं उठाए। इसके बाद आरोपी ने वॉट्सऐप पर मैसेज भेजा और धमकी देते हुए कहा कि रात को आठ बजे तक 20 लाख रुपए नहीं दिए तो जान से मार दिए जाआगे। पुलिस दोनों मामलों की जांच में जुटी थी। शाम को पुलिस को सूचना मिली कि रंगदारी मांगने का आरोपी नरवाना क्षेत्र में घूम रहा है और वह भागने की फिराक में है।
इस पर डीएसपी कमलदीप राणा के दिशा निर्देश पर सीआईए इंचार्ज सुखविंद्र की टीम और एसआई कुलवंत तथा एएसआई संदीप संधू के नेतृत्व में सिविल लाइन पुलिस जींद की टीम ने तत्परता से आरोपी थुआ गांव निवासी अंकित को ट्रैक किया और उसके पीछे लग गई।
गांव मोहलखेड़ा के फ्लाईओवर के पास आरोपी को घेर लिया। दोनों तरफ से पुलिस से घिरा देख आरोपी ने पुल से छलांग लगा दी। नीचे गिरने के बाद उसकी टांग में चोट लग गई। पुलिस आरोपी को नरवाना के सिविल अस्पताल में लेकर आई। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जींद सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। पुलिस उपचार के बाद आरोपी को गिरफ्तार करेगी। पुलिस ने रंगदारी के मामले को सुलझाने में कामयाबी हाथ लगी है।
बार-बार बदल रहा था लोकेशन, रंगदारी मांग फोन बंद कर देता
आरोपी अंकित डॉक्टरों से रंगदारी मांगने के बाद अपना मोबाइल फोन बंद कर लेता और बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहा था। इसलिए आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी। पुलिस ने दो तरफ से घेरकर आरोपी को पकड़ा। शुरुआती जांच में सामने आया कि अंकित लॉरेंस बिश्नोई की तरफ फेमस होना चाहता था, इसलिए उसने अस्पताल संचालकों, कमिशन एजेंट, बड़े व्यापारियों, बड़े अधिकारियों को टारगेट किया, ताकि वह मशहूर हो सके।
स्कूल टाइम से ही क्राइम की राह चला अंकित
आरोपी अंकित थुआ स्कूल टाइम से ही क्राइम की राह पर चल पड़ा था। शुरूआत में गांव में चोरी के इल्जाम लगे। अंकित ने दसवीं तक की पढ़ाई की है। इसके बाद गुहांड में कुचराना के युवक के साथ दोस्ती की और दोस्त की ही गाड़ी को चोरी कर ले गया। कई दिन में गाड़ी पुलिस ने बरामद की थी। अंकित के माता-पिता खेती करते हैं। आरोपी अंकित पर कैथल में चोरी, आर्म्ज एक्ट, जींद में रंगदारी के छह मामले दर्ज हैं।