SDM Jyoti Maurya Alimony ज्योति मौर्य केस फिर चर्चा में : पति आलोक ने भरण-पोषण के लिए हाईकोर्ट का रुख किया
ट्रिब्यून वेब डेस्क
चंडीगढ़, 15 जुलाई
उत्तर प्रदेश की एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य के बीच चल रहा विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार आलोक मौर्य ने अपने लिए भरण-पोषण की मांग करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिस पर अदालत ने ज्योति मौर्य को नोटिस जारी कर अगली सुनवाई की तारीख 8 अगस्त तय की है।
यह मामला पहली बार 2023 में तब चर्चा में आया जब पंचायती राज विभाग में तैनात सफाई कर्मचारी आलोक मौर्य ने अपनी पत्नी ज्योति पर ‘सफलता पाने के बाद उसे छोड़ देने’ का आरोप लगाया। सोशल मीडिया पर “ज्योति मौर्य बेवफा है” हैशटैग ट्रेंड करने लगा था।
दंपती की शादी 2010 में हुई थी और 2015 में जुड़वां बेटियों का जन्म हुआ। उसी साल ज्योति ने पीसीएस परीक्षा में 16वीं रैंक के साथ सफलता प्राप्त की और वर्तमान में बरेली में एसडीएम के पद पर तैनात हैं।
परस्पर आरोप-प्रत्यारोप
आलोक मौर्य ने ज्योति पर होम गार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से अवैध संबंधों और अपने खिलाफ साजिश रचने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने व्हाट्सएप चैट्स और एक डायरी भी पेश की, जिसमें कथित घूस के लेन-देन का उल्लेख था।
ज्योति ने इन सभी आरोपों को झूठा बताते हुए कहा था कि उनके पति ने विवाह के समय अपनी नौकरी को लेकर गलत जानकारी दी थी। उन्होंने आलोक और उनके परिवार पर दहेज प्रताड़ना का मामला भी दर्ज करवाया और आईटी एक्ट के तहत व्यक्तिगत चैट्स लीक करने को लेकर शिकायत दी।
नया मोड़ : भरण-पोषण की मांग
इस साल की शुरुआत में आज़मगढ़ के फैमिली कोर्ट में आलोक की भरण-पोषण याचिका खारिज हो गई थी। अब उन्होंने आर्थिक तंगी और स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देते हुए हाईकोर्ट में नई अपील दाखिल की है। अदालत ने मामले को संज्ञान में लेते हुए ज्योति मौर्य को नोटिस जारी किया है और अगली सुनवाई की तारीख 8 अगस्त तय की है।