‘केजरीवाल मॉडल’ में स्कूल, अस्पताल और गरिमा मुख्य
चंडीगढ़, 8 जुलाई (ट्रिन्यू)
आम आदमी पार्टी (आप) के विजन और कार्यों को समर्पित एक कार्यक्रम के दौरान मंगलवार को मोहाली में ‘केजरीवाल मॉडल’ पुस्तक के पंजाबी संस्करण का औपचारिक विमोचन किया गया। इस अवसर पर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और पार्टी के पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया मौजूद रहे।
यह पुस्तक आप नेता जैसमीन शाह द्वारा लिखी गई है और यूनिस्टार बुक्स द्वारा प्रकाशित की गई है। कार्यक्रम का संचालन पार्टी के महासचिव दीपक बाली ने किया। प्रकाशक हरीश जैन और रोहित जैन भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। जैसमीन शाह ने यह पुस्तक लिखने का कारण बताते हुए कहा, ‘मैंने एक ऐसा मॉडल बनते देखा जो सरकारी स्कूलों, स्वास्थ्य सेवाओं, मुफ्त बिजली और भ्रष्टाचारमुक्त शासन पर आधारित था।’ जैसमीन ने केजरीवाल मॉडल की तुलना मोदी के गुजरात मॉडल से की। उन्होंने कहा, ‘केजरीवाल मॉडल जनकल्याण पर आधारित है, जबकि गुजरात मॉडल कुछ कॉर्पोरेट घरानों के हितों की सेवा करता है। गुजरात में 16 लाख करोड़ रुपये के कॉर्पोरेट लोन माफ किए गए और शिक्षा बजट में कटौती हुई।’ दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल मॉडल आम आदमी की राजनीति और शासन का नाम है।
अरविंद केजरीवाल ने ‘परिवर्तन’ नामक भ्रष्टाचार विरोधी एनजीओ से लेकर अन्ना आंदोलन और फिर पार्टी निर्माण तक की यात्रा साझा की। उन्होंने बताया कि केजरीवाल मॉडल किसी बोर्डरूम में नहीं बना, बल्कि दिल्ली की झुग्गियों में दस साल के अनुभव से तैयार हुआ। इसमें स्कूल, अस्पताल, बिजली और नागरिकों की गरिमा मुख्य है। हमने देखा कि सरकारी स्कूल, अस्पताल और बिजली की स्थिति कितनी खराब थी। उन्होंने कहा कि यह मॉडल केवल ईमानदारी पर टिका है। अगर सरकार भ्रष्ट है और मंत्री पैसे खा रहे हैं तो यह मॉडल नहीं टिक सकता। उन्होंने कहा कि हमने पंजाब में यह साबित किया है। उन्होंने कहा, पिछली सरकारें कहती थी कि खजाना खाली है, लेकिन हमने स्कूल, अस्पताल ठीक किए और मुफ्त बिजली दी, क्योंकि हमने भ्रष्टाचार रोका और पैसा बचाया। उन्होंने भाजपा-शासित दिल्ली प्रशासन पर हमला बोला और कहा, ‘आम आदमी पार्टी के हटते ही दिल्ली का बुरा हाल हो गया है। मोहल्ला क्लीनिक बंद हो गए, छह-छह घंटे की बिजली कटौती लौट आई है।’ सीएम भगवंत मान ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने राजनीति से नफरत, जाति और धर्म की भाषा हटाकर विकास की भाषा दी है। केजरीवाल मॉडल ने दिखाया कि सरकारें शिक्षा, नौकरी और स्वास्थ्य के लिए कितना बेहतर काम कर सकती हैं। इस अवसर पर पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां, राज्य के कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा, अमन अरोड़ा, हरभजन सिंह ईटीओ, लालजीत सिंह भुल्लर, तरुणप्रीत सिंह सोंध, हरदीप सिंह मुंडिया, डॉ. बलबीर सिंह, डॉ. रवजोत, लाल चंद कटारूचक, बरिंदर कुमार गोयल और मोहिंदर भगत भी मौजूद थे।