Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

School Bomb Threats : NGO से जुड़ा स्कूल में बम की धमकी देने के आरोपी का संबंध, अफजल गुरु का किया था समर्थन

पुलिस ने नाबालिग द्वारा भेजे गए 400 धमकी भरे ई-मेल ट्रैक किए
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

नई दिल्ली, 14 जनवरी (भाषा)

दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को दावा किया कि शहर के 400 से अधिक स्कूलों में बम की फर्जी धमकी भेजने वाले 12वीं कक्षा के छात्र की पहचान कर ली गई है। उसके माता-पिता एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) से जुड़े हैं, जो एक राजनीतिक दल का समर्थन करता है। पुलिस ने हालांकि राजनीतिक पार्टी का नाम नहीं बताया और कहा कि आगे की जांच जारी है।

Advertisement

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि लड़के से पूछताछ की गई और जांच में पाया गया कि एनजीओ ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का भी समर्थन किया था। एनजीओ की एक राजनीतिक पार्टी से निकटता, विघटनकारी रणनीति के माध्यम से सार्वजनिक अशांति पैदा करने की संभावित बड़ी साजिश के संबंध में गंभीर सवाल उठाती है। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) मधुप तिवारी ने पुलिस मुख्यालय में बताया, “हम ई-मेल ट्रैक कर रहे थे और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) की वजह से, उनके स्रोत का पता लगाना मुश्किल था। यह भी पता लगाना था कि क्या इसमें कोई आतंकी पहलू भी है।”

उन्होंने कहा कि वीपीएन के उपयोग के कारण सेवा प्रदाता पुलिस की मदद नहीं कर पा रहे थे। हमारी टीम ने आठ जनवरी को हाल ही में मिले ई-मेल के बाद नाबालिग को ट्रैक किया। चूंकि ई-मेल भेजने वाला एक किशोर था, इसलिए टीम ने फॉरेंसिक जांच के लिए उसका लैपटॉप और मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले लिया। नाबालिग ने अपना अपराध कबूल कर लिया।

यह स्थापित हो गया कि वह दिल्ली के 400 से अधिक स्कूलों को भेजी गई इसी प्रकार की धमकियों की कई पूर्व घटनाओं में शामिल था, जिनमें पिछले वर्ष एक मई को भेजी गई 250 धमकियां भी शामिल हैं। आरोपी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए अनेक गुमनाम और कूट ई-मेल सेवा प्रदाताओं और उन्नत उपकरणों का इस्तेमाल किया।

पुलिस टीम ने नाबालिग द्वारा भेजे गए 400 धमकी भरे ई-मेल ट्रैक किए। उन्होंने उसके पिता की पृष्ठभूमि की भी जांच की, जो एक एनजीओ के साथ काम कर रहे हैं, और पता चला कि यह संगठन एक नागरिक संस्था समूह का हिस्सा है, जो अफजल गुरु की फांसी के मुद्दे को उठाता रहा है और एक राजनीतिक दल की मदद भी कर रहा है।

Advertisement
×