Saurabh Murder Case : मुस्कान के माता-पिता को थी सौरभ की हत्या किए जाने की जानकारी, पीड़ित के परिजन का दावा
मेरठ (उप्र), 20 मार्च (भाषा)
उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुए सौरभ कुमार हत्याकांड में आरोपी पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला से की गई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए हैं। वहीं, सौरभ के परिजनों ने आरोप लगाया है कि मुस्कान के माता-पिता का यह कहना कि उन्हें घटना के बारे में पहले से पता नहीं था, पूरी तरह गलत है।
मुस्कान की मां को अपराध के बारे में पहले से पता था
सौरभ की मां रेणु देवी ने कहा कि ऐसा कह कर मुस्कान के माता-पिता पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। हकीकत यही है कि मुस्कान की मां को अपराध के बारे में पहले से पता था। कानूनी कार्रवाई से खुद को बचाने के लिए ही वे पुलिस थाने गए थे। यही नहीं रेणू देवी ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि सौरभ की छह साल की बेटी को उसकी मौत के बारे में पता था। हमें कुछ लोगो से पता चला है कि वह (सौरभ की बेटी) कह रही थी, ‘पापा ड्रम में हैं'।''
अंधविश्वासी था साहिल शुक्ला
हालांकि, इस बारे में पूछने पर पुलिस अधीक्षक (नगर) आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बारे में बच्ची के परिवार वालों ने उसे बता दिया होगा या जब मुस्कान परिवार वालों को घटना की कहानी सुना रही होगी तब बच्ची वहीं मौजूद होगी। बच्ची को इस बारे में कुछ पता नहीं था। उन्होंने कहा कि मुस्कान और साहिल को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस अदालत में आवेदन करेगी। मुस्कान ने पुलिस को बताया है कि वह पिछले साल नवंबर से ही अपने पति सौरभ की हत्या करने की साजिश रच रही थी। वहीं, इस मामले में यह भी सामने आया है कि साहिल शुक्ला अंधविश्वासी था।
सौरभ का वध करना पड़ेगा
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साहिल की मां का निधन हो चुका है। इसका फायदा उठाते हुए मुस्कान ने अपने भाई के नाम से ‘स्नैपचैट' की एक फर्जी आईडी बनाई और फिर अपने प्रेमी साहिल को कहा कि ‘‘तुम्हारी मरी हुई मां अवतरित हुई थी। कहा कि सौरभ का वध करना पड़ेगा। सिंह ने बताया कि दरअसल मुस्कान ने साहिल को ऐसा अनुभव कराया कि वह साहिल की मां से बात कर सकती है। इसके बाद मुस्कान ने अपने दोस्तों से ऐसी जगह के बारे में पूछा, जहां पूजा के बाद सामान दबाया जा सके।
मुस्कान साजिश रच रही थी कि कोई ऐसी जगह मिल जाए जहां हत्या के बाद शव को जमीन में गाड़ा जा सके। जब मुस्कान को पता चला कि सौरभ फरवरी में आ रहा है तो उसने मुर्गा काटने के बहाने चाकू खरीदे और बेहोशी की दवाई खरीदी तथा हत्या को अंजाम दिया। मुस्कान को इस बात का पता था कि सौरभ की हत्या के बाद उसके परिजन उसके बारे में पूछताछ करने की कोशिश नहीं करेंगे क्योंकि वह दो साल से बाहर रह रहा था।