Satellite Tracking सेटेलाइट फोन सिग्नल से खुला राज: पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड तक ऐसे पहुंचीं सुरक्षा एजेंसियां
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद जब एक असामान्य सैटेलाइट फोन सिग्नल ट्रैक हुआ, तो खुफिया एजेंसियों और आतंकवाद-रोधी दस्तों ने तेजी से ‘ऑपरेशन महादेव’ शुरू कर दिया। यही तकनीकी सुराग सुरक्षा बलों को उस आतंकवादी तक ले गया, जिसे इस हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।
सटीक सैटेलाइट ट्रैकिंग के जरिए एजेंसियों ने आतंकी आसिफ उर्फ सुलैमान शाह की पहचान की, जो 2024 में पीर पंजाल क्षेत्र के रास्ते घाटी में घुसा था और तभी से अंडरग्राउंड होकर आतंकी गतिविधियां चला रहा था। बताया जाता है कि वह लंबे समय से लश्कर-ए-तैयबा के एक अहम नेटवर्क का संचालन कर रहा था और अब तक सुरक्षा एजेंसियों की पकड़ से बाहर था।
इस अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने लश्कर का स्थानीय आतंकवादी जुनैद अहमद भट मुठभेड़ में मार गिराया, जो बीते वर्ष गांदरबल टनल हमले में भी सक्रिय था। हालांकि, मुख्य आरोपी आसिफ मुठभेड़ के दौरान भागने में सफल रहा और फिलहाल फरार है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कश्मीर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल अत्यंत दुर्लभ होता है, जिससे ऐसे संचार की पहचान करना अपेक्षाकृत सरल हो जाता है। यही तकनीकी चूक इस बार आतंकियों के खिलाफ निर्णायक साबित हुई।
तीन आतंकी ढेर, नामों की पुष्टि नहीं
सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन में कुल तीन आतंकियों को ढेर किया गया है, लेकिन अभी तक उनके नामों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। यह आशंका जताई जा रही है कि मारे गए आतंकियों में एक आसिफ भी हो सकता है, हालांकि एजेंसियां डीएनए रिपोर्ट आने तक किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से बच रही हैं।
फिलहाल सेना और खुफिया इकाइयों का तलाशी अभियान जारी है। संभावना जताई जा रही है कि आसिफ या उसके सहयोगी घाटी से भागकर किसी दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में शरण लेने की कोशिश कर सकते हैं।