Panchang 17 March 2025: संकष्टी चतुर्थी व्रत आज, भगवान गणेश की पूजा से होंगे कष्ट दूर
चंडीगढ़, 17 मार्च (ट्रिन्यू)
Sankashti Chaturthi 2025: चैत्र माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है, जो भगवान गणेश को समर्पित है। इस वर्ष यह व्रत 17 मार्च 2025 को रखा जाएगा।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक चतुर्थी तिथि 17 मार्च को शाम 7:33 बजे प्रारंभ होकर 18 मार्च को रात 10:09 बजे समाप्त होगी। चंद्रोदय का समय रात 9:22 बजे रहेगा, जिसके बाद व्रत का पारण किया जाएगा।
इस दिन विधिपूर्वक भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं और सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। गणपति बप्पा को मोदक, लड्डू, दूर्वा, फूल व फल अर्पित करें।
इस बार संकष्टी चतुर्थी सोमवार को होने से महादेव और माता पार्वती की उपासना भी अत्यंत शुभ मानी जाएगी। इस पावन व्रत से घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
Panchang 17 March 2025: राष्ट्रीय मिति फाल्गुन 26, शक संवत 1946
विक्रम संवत 2081
अंग्रेजी तिथि 17 मार्च 2025 (सोमवार)
सौर मास चैत्र मास प्रविष्टे 04
सूर्य स्थिति उत्तरायण, दक्षिण गोल
ऋतु बसन्त ऋतु
राहुकाल प्रातः 07:30 से 09:00 तक
तिथि तृतीया (सायं 07:34 तक), उपरांत चतुर्थी
नक्षत्र चित्रा (अपराह्न 02:47 तक), उपरांत स्वाति
योग ध्रुव (अपराह्न 03:45 तक), उपरांत व्याघात
विजय मुहूर्त दोपहर 02:30 से 03:18 तक
निशिथ काल रात 12:05 से 12:53 तक
गोधूलि बेला शाम 06:28 से 06:52 तक
करण विष्टि (सायं 07:34 तक), उपरांत बव
चंद्रमा की स्थिति तुला राशि
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।