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Russia-Ukraine War : नई दिल्ली की ऊर्जा नीति को रूस का नैतिक समर्थन, ट्रंप के बयान के बाद रूसी राजदूत डेनिस का दावा

यह भारत के राष्ट्रीय हितों पर आधारित : रूस ने नई दिल्ली के साथ ऊर्जा संबंधों पर कहा

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New Delhi, Oct 28 (ANI): Russian Ambassador to India, Denis Alipov addresses the media on the recently concluded BRICS Summit in Russia, in New Delhi on Monday. (ANI Photo/Amit Sharma)
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Russia-Ukraine War : रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत के साथ रूस के ऊर्जा संबंध नई दिल्ली के राष्ट्रीय हितों के अनुरूप हैं। समग्र द्विपक्षीय व्यापार संबंध बेहतर हो रहे हैं।

अलीपोव की यह टिप्पणी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे के कुछ घंटे बाद आई है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उनका देश रूस से कच्चे तेल की खरीद बंद कर देगा। जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या ट्रंप की टिप्पणियों के मद्देनजर भारत रूसी कच्चे तेल की खरीद जारी रखेगा तो राजदूत ने कहा कि यह सवाल भारत सरकार के लिए (जवाब देने का) है। ऊर्जा क्षेत्र में हमारा सहयोग इन हितों के अनुरूप है।

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अमेरिकी राष्ट्रपति की टिप्पणियों के जवाब में, भारत ने कहा कि वह बाजार की परिस्थितियों के अनुरूप ऊर्जा स्रोतों का आधार व्यापक और विविधतापूर्ण बना रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ट्रंप की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अस्थिर ऊर्जा परिदृश्य में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना भारत की निरंतर प्राथमिकता रही है।

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उन्होंने कहा कि भारत की आयात नीतियां पूरी तरह से राष्ट्रीय हित से निर्देशित हैं। भारत अमेरिका के साथ ऊर्जा संबंधों को बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है। स्थिर ऊर्जा मूल्य और सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करना हमारी ऊर्जा नीति के दोहरे लक्ष्य रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि इसमें हमारी ऊर्जा के स्रोतों का व्यापक आधार बनाना और बाजार की स्थितियों के अनुसार विविधीकरण करना शामिल है। पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद रूस से पेट्रोलियम उत्पादों की भारत द्वारा निरंतर खरीद एक बड़ा मुद्दा बन गया है जिसके परिणामस्वरूप नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच संबंधों में भारी गिरावट आई है।

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