रूस-यूक्रेन युद्ध : हिसार के एक युवक की मौत, दूसरा घायल
झांसा देकर रूसी सेना में किया था भर्ती, आज दिल्ली एयरपोर्ट पर लाया जाएगा शव, सरकार से गुहार
रूस की सेना में धोखे से भर्ती के बाद युक्रेन युद्ध में धकेले गये हिसार जिले के मदनहेड़ी गांव के दो युवकों में से 28 वर्षीय सोनू की मौत हो गयी है। उसका शव बुधवार सुबह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लाया जाएगा। रूस स्थित भारतीय दूतावास और दिल्ली एयरपोर्ट के अधिकारियों ने सोनू के परिजनों को इस बारे में सूचना दी है। वहीं दूसरे युवक 24 वर्षीय अमन के बारे में सूचना मिली है कि वह युद्ध में घायल हो चुका है। उसने अपना वीडियो और फोटो परिवार को भेजकर सरकार से गुहार लगाई है।
सोनू के चाचा अनिल ने बताया कि रूस स्थित भारतीय दूतावास के इमरजेंसी नंबर पर वह लगातार संपर्क करते आ रहे हैं। सोमवार को वहां के अधिकारियों ने कहा था कि मंगलवार को सटीक सूचना देंगे। इसके बाद मंगलवार को उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध में सोनू की मौत उसका शव भेजे जाने की सूचना दी। इसके बाद दिल्ली एयरपोर्ट से भी अधिकारियों का फोन आया और उन्हें बुधवार सुबह 5 बजे एयरपोर्ट पहुंचने के लिए कहा।
वहीं, अमन के भाई सुनील ने बताया कि उसने 20 अक्तूबर को एक वीडियो फैमिली ग्रुप में भेजा था, जिसमें वह घायल नजर आ रहा है। वीडियाे में उसने भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि उसे जल्दी से जल्दी सुरक्षित निकाला जाए। वीडियो में अमन बता रहा है कि उसे यह कहकर भर्ती किया गया था कि सिक्योरिटी गार्ड जैसी जॉब है या गड्ढों की खुदाई करनी है, लेकिन 10-12 दिन के प्रशिक्षण के बाद उसे सीधे बॉर्डर पर भेज दिया गया। इससे पहले, 3 सितंबर को अमन ने फोन कर बताया था कि उसे और सोनू को झांसा देकर रूसी सेना में भर्ती किया जा रहा है और यूक्रेन युद्ध में भेजने की तैयारी है।
सोनू और अमन पिछले साल मई में विदेशी भाषा सीखने के लिए वीजा पर रूस गए थे। दोनों का वीजा खत्म होने वाला था और वह जल्द भारत लौटने वाले थे। सोनू के पिता सतबीर की करीब 10-11 साल पहले कैंसर से मृत्यु हो चुकी है और बड़ा भाई विकास मानसिक तौर पर थोड़ा बीमार है, मां कमलेश भी बीमार रहती हैं।

