Russia crude oil: ट्रंप ने फिर किया रूसी तेल पर दावा तो कांग्रेस ने PM मोदी को घेरा, कहा- मौन पर उठाए सवाल
Russia crude oil: ट्रंप ने दावा किया था कि उनके मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा
Russia crude oil: कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि भारत अब रूस से कच्चा तेल (Russia crude oil) नहीं खरीदेगा, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर मौन हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि देश के हित से जुड़े इतने बड़े बयान पर सरकार की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि ट्रंप के ताजा बयान से यह साफ है कि अमेरिका भारत के रूस से कच्चा तेल (Russia crude oil) आयात को लेकर गंभीरता से नजर रख रहा है। उन्होंने कहा कि यह बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि ट्रंप ने कुछ दिन पहले भी दावा किया था कि उनके ‘‘मित्र’’ प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा।
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रमेश ने शनिवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार फिर कहा है कि उनके अच्छे मित्र ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत रूस से कच्चा तेल (Russia crude oil) के आयात में कटौती करेगा। लेकिन वही मित्र तब मौन हो जाते हैं जब ट्रंप कहते हैं कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर रुकवाया या अब भारत तेल का आयात घटाएगा।’’ उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यह मौन ‘‘राजनीतिक सुविधा’’ से अधिक कुछ नहीं है।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि इसी बीच अप्रैल-सितंबर 2025 के दौरान चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा पिछले साल की समान अवधि के 49.6 अरब डॉलर से बढ़कर 54.4 अरब डॉलर हो गया है। उन्होंने कहा कि जब देश की अर्थव्यवस्था दबाव में है, तब सरकार को रूस से कच्चा तेल (Russia crude oil) जैसे ऊर्जा स्रोतों पर स्पष्ट नीति बतानी चाहिए।
ट्रंप के पहले बयान के बाद भारत सरकार ने कहा था कि वह बाजार की परिस्थितियों और उपभोक्ता हितों को ध्यान में रखते हुए ऊर्जा आपूर्ति के स्रोतों को विविध बना रही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी कहा था कि अस्थिर वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत रूस से कच्चा तेल (Russia crude oil) सहित विभिन्न देशों से आयात जारी रखेगा, ताकि ऊर्जा सुरक्षा और किफायती आपूर्ति बनी रहे।