नयी दिल्ली, 13 जुलाई (एजेंसी)
यमुना का पानी खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर पहुंचने के कारण बृहस्पतिवार को दिल्ली के कई इलाके जलमग्न हो गये, जिससे सामान्य जनजीवन और यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। नदी के पास रहने वाले लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कुछ जगह गाड़ियां छत तक डूबी दिखीं। दिल्ली सचिवालय में भी पानी भर गया, जहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्रिमंडल और वरिष्ठ नौकरशाहों के कार्यालय हैं। अधिकारियों ने बताया कि 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ चुका यमुना का जलस्तर सुबह 10 बजे 208.53 मीटर तक पहुंच गया। केंद्रीय जल आयोग ने जलस्तर और बढ़ने की आशंका जताते हुए इसे ‘भीषण स्थिति’ करार दिया।
इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार ने सिंघू बार्डर सहित शहर की चारों सीमाओं से आवश्यक सामान लाने वाले वाहनों को छोड़कर भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड से आने वाली अंतर्राज्यीय बसों को आईएसबीटी कश्मीरी गेट के बजाय सिंघू बॉर्डर पर ही रोकने का आदेश दिया गया। मेट्रो की ‘ब्लू लाइन’ पर यमुना बैंक स्टेशन पर यात्रियों का प्रवेश व निकास अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने उन इलाकों में स्कूल बंद करने की घोषणा की, जहां पानी भर गया है। वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जलशोधन संयंत्र भी बंद कर दिए गये, जिससे कई इलाकों में पीने के पानी की किल्लत का सामना करना पड़ेगा।
राजघाट से दिल्ली सचिवालय जाने वाली सड़क पर भी पानी भर गया। अधिकारियों ने बताया कि कश्मीरी गेट और पुराना लोहे के पुल के बीच रिंग रोड पर पानी भरने से वहां यातायात रोक दिया गया।