Red Fort Explosion : लाल किले पर चौकन्नी निगाहें, गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस पर सुरक्षा पुख्ता
सिखों के नौंवे गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में लाल किले पर होने वाले कार्यक्रम के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि इस कार्यक्रम में करीब 50 हजार लोगों के शामिल होने का अनुमान है। राष्ट्रीय राजधानी में 10 नवंबर को लाल किले के पास विस्फोटकों से लदी एक कार में हुए विस्फोट में 15 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
इस मौके पर दिल्ली सरकार 23 से 25 नवंबर तक कीर्तन दरबार का आयोजन करेगी, जिसमें कई अति-विशिष्ट लोगों के शामिल होने की संभावना है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव जसमैन सिंह नोनी के अनुसार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है। विस्फोट के निशान अभी भी बने हुए हैं, लेकिन दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने आज कार्यक्रम की तैयारियां शुरू कर दी हैं। लाल किले और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था काफी मजबूत कर दी गई है।
पुलिस ने लाल किला की ओर जाने वाले मार्ग पर 25 अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, जबकि डीएसजीएमसी ने चौबीसों घंटे निगरानी बनाए रखने के लिए 250 से 300 कैमरे लगाए हैं। सभी आगंतुकों की गहन जांच के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ते और अन्य एजेंसियों को शामिल करते हुए एक बहुस्तरीय सुरक्षा ग्रिड तैनात किया गया है।
विस्फोट के बावजूद लोगों का कहना है कि वह इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। लाल किले का दौरा करने वाले परमजीत सिंह चड्ढा (71) ने बुधवार को कहा कि हम साहसी और केवल ईश्वर से डरने वाले लोग हैं। ये धमाके ईश्वर में हमारी आस्था को नहीं डिगा सकते। जब हमारे गुरु भयभीत नहीं हुए, तो हम कौन होते हैं किसी से डरने वाले?
एक अन्य आगंतुक अमृत सिंह (60) ने कहा कि बेहतर व्यवस्था के कारण उनका परिवार सुरक्षित महसूस कर रहा है। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और अपराध शाखा ने इस विस्फोट की जांच शुरू कर दी है।
