Red Fort Explosion : पुलिस ने विस्फोट में शामिल कार के पास खड़ी गाड़ियों का लगाया पता, विस्तृत विवरण तैयार
लाल किले के निकट हुए विस्फोट से पहले की घटनाओं के सटीक क्रम का पता लगाने का प्रयास करते हुए जांचकर्ताओं ने उस पार्किंग क्षेत्र में प्रवेश करने वाले प्रत्येक वाहन की एक विस्तृत सूची तैयार की है, जहां विस्फोट में शामिल कार 3 घंटे तक खड़ी रही थी। पुलिस ने सुनहरी मस्जिद पार्किंग क्षेत्र में प्रवेश करने वाले प्रत्येक वाहन का विस्तृत विवरण तैयार किया है, जहां विस्फोट हुआ था।
जांचकर्ता इन वाहनों की पंजीकरण संख्या का पता लगा रहे हैं और इनके चालकों एवं मालिकों से इस बारे में पूछताछ कर रहे हैं कि क्या उन्होंने हरियाणा में पंजीकृत उस हुंदै आई20 को देखा था जो विस्फोट में शामिल थी। सूत्रों ने बताया कि विस्फोट में शामिल कार के चालक डॉ. उमर नबी ने सोमवार को जब उसे पार्किंग स्थल में खड़ा किया था तब उसके आस-पास कई गाड़ियां खड़ी थीं।
एक सूत्र ने कहा कि उस समय वहां मौजूद हर वाहन चालक का पता लगाया जा रहा है ताकि यह मालूम हो सके कि क्या उन्होंने एचआर-26 कार देखी थी, उसमें कितने लोग थे और क्या उमर के साथ कोई और भी था। जांचकर्ताओं ने चालकों को उमर की तस्वीर दिखाई ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वह कार में अकेला था या पार्किंग क्षेत्र में 3 घंटे तक रहने के दौरान कोई और भी वाहन में आया या उससे बाहर निकला था। अधिकारी ने बताया कि इसका उद्देश्य यह पता लगाना है कि उन तीन घंटों के दौरान वास्तव में क्या हुआ था।
साथ ही इसका मकसद यह सत्यापित करना है कि क्या विस्फोटक उपकरण पार्किंग स्थल में कार के अंदर रखा गया था। दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने विस्फोट के पीछे की गहरी साजिश की जांच के लिए आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं के तहत एक अलग प्राथमिकी दर्ज की है। गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम की धाराओं के तहत पहले दर्ज की गई प्राथमिकी को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण को स्थानांतरित कर दिया गया था। जांच एजेंसी इस बात की भी जांच कर रही हैं कि क्या गिरफ्तार चिकित्सक डॉ. मुजम्मिल गनई हरियाणा के फरीदाबाद में अल फलाह विश्वविद्यालय से जुड़े चिकित्सकों के एक समूह के साथ नियमित संपर्क में था।
विश्वविद्यालय से जुड़े और डॉ. मुजम्मिल के संपर्क में रहे कम से कम 15 चिकित्सक इस समय लापता हैं। कॉल डिटेल रिकॉर्ड में डॉ. मुजम्मिल और कई चिकित्सकों के बीच कई बातचीत सामने आई हैं। जब एजेंसी ने उन चिकित्सकों से संपर्क करने की कोशिश की तो उनके फोन बंद पाए गए। पूछताछ के लिए अल फलाह विश्वविद्यालय भेजी गई एक टीम ने पाया कि उनमें से अधिकतर चिकित्सक गायब हैं। यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि क्या इन लापता लोगों की कथित आतंकवादी साजिश रचने या उसे अंजाम देने में कोई भूमिका है।
एजेंसियों ने 10 नवंबर को जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले एक ‘‘सफेदपोश आतंकवादी मॉड्यूल'' का भंडाफोड़ कर 2,900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया था। 3 चिकित्सकों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके कुछ ही घंटे बाद दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास धीमी गति से चल रही एक कार में एक जोरदार विस्फोट हुआ था जिससे 13 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में विस्तृत जांच जारी है।
