Red Fort Blast पुलवामा के डॉक्टर उमर के पिता हिरासत में, हमलावर की पहचान की पुष्टि में मां का डीएनए अहम सुराग
Red Fort Blast लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम हुआ भीषण धमाका अब आतंकवादी साजिश के रूप में देखा जा रहा है। दिल्ली पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जांच की बागडोर संभाल ली है। प्रारंभिक पड़ताल में यह सामने आया है कि विस्फोट में जिस ह्यूंडई i20 कार का इस्तेमाल हुआ, उसे जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के डॉक्टर उमर नबी चला रहे थे। उनकी पहचान की पक्की पुष्टि के लिए जांच एजेंसियों ने उनकी मां का डीएनए सैंपल एकत्र किया है, जो इस पूरे मामले की ‘कुंजी’ साबित हो सकता है।
2900 किलो विस्फोटक और ‘व्हाइट कॉलर’ टेरर नेटवर्क
अधिकारियों का कहना है कि यह धमाका हाल ही में उजागर हुए ‘व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ से जुड़ा हो सकता है, जिसमें डॉक्टरों, प्रोफेशनलों और तकनीकी विशेषज्ञों की भूमिका सामने आई है। इस मॉड्यूल से आठ लोगों की गिरफ्तारी हुई थी, जिनमें तीन डॉक्टर शामिल हैं। इनके कब्जे से 2900 किलो से अधिक विस्फोटक बरामद हुआ।
फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार डॉक्टर मुझम्मिल गनई और डॉक्टर शाहीन सईद भी इसी नेटवर्क का हिस्सा बताए जा रहे हैं। शाहीन सईद पर जैश-ए-मोहम्मद की महिला भर्ती शाखा का नेतृत्व करने का आरोप है। माना जा रहा है कि डॉक्टर उमर नबी भी इसी नेटवर्क से जुड़ा था और गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने कार में विस्फोटक सामग्री भर दी।
आत्मघाती हमले की आशंका, अमोनियम नाइट्रेट था इस्तेमाल
एनआईए सूत्रों के अनुसार, उमर की कार में अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल ऑयल और डेटोनेटर का मिश्रण पाया गया है। जांच में यह भी सामने आया है कि उमर के साथ किसी और का होना संदिग्ध नहीं दिखता, जिससे यह संभावना मजबूत होती है कि वह अकेले ही आत्मघाती मिशन पर निकला था। जांच टीमें फिलहाल इस बात की पुष्टि में जुटी हैं कि विस्फोट योजनाबद्ध आत्मघाती हमला था या आकस्मिक।
गिरफ्तारी, छापेमारी और सख्त निगरानी
इस बीच, पुलवामा के एक व्यक्ति तारिक को गिरफ्तार किया गया है, जिसने कथित रूप से हमले में इस्तेमाल की गई कार मुहैया कराई थी। दिल्ली और कश्मीर में एनआईए और स्थानीय पुलिस के कई संयुक्त छापे चलाए जा रहे हैं। सभी हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और संवेदनशील प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सीसीटीवी फुटेज में दिखा मुखौटाधारी चालक
पुलिस द्वारा प्राप्त सीसीटीवी फुटेज में एक मुखौटा पहने व्यक्ति कार चलाता हुआ दिख रहा है। जांच में पता चला है कि कार विस्फोट से करीब तीन घंटे पहले ही वहां पार्क की गई थी। एनआईए और दिल्ली पुलिस अब आसपास के क्षेत्रों और पार्किंग स्थलों के फुटेज का बारीकी से विश्लेषण कर रही हैं। सुरक्षा कारणों से लाल किला मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है और क्षेत्र में यातायात डायवर्ट किया गया है।
मृतकों और घायलों की पहचान जारी
अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 20 से अधिक घायल हैं। मृतकों में उत्तर प्रदेश के अमरोहा के अशोक कुमार (34) और दिल्ली के अमर कटारिया (35) शामिल हैं। घायलों में 12 दिल्ली के हैं, जबकि शेष उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के हैं।
