जम्मू, 2 जून (हप्र)
घाटी में गैर कश्मीरियों पर हमले रुक नहीं रहे। बृहस्पतिवार सुबह आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के अरेह इलाके में एक बैंक मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी। घाटी में एक मई से तीसरी बार किसी गैर-मुस्लिम सरकारी कर्मचारी की हत्या की गई है। वहीं, पिछले एक महीने में ‘टारगेट किलिंग’ का यह आठवां मामला है। पुलिस के मुताबिक बृहस्पतिवार को आतंकी का निशाना बने विजय कुमार दक्षिण कश्मीर जिले में इलाकाई देहाती बैंक की अरेह मोहनपोरा शाखा में प्रबंधक थे। वह राजस्थान के हनुमानगढ़ के रहने वाले थे। पुलिस के मुताबिक विजय कुमार की पहचान कर आतंकी ने गोली मारी और फरार हो गया। उन्हें तुरंत जिला अस्पताल कुलगाम पहुंचाया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने तक उनकी मौत हो गयी।
इस बीच, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘विजय कुमार की टारगेट किलिंग से बेहद दुखी हूं। हमले की निंदा करने और मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए ट्वीट करना एक नियमित बात बनती जा रही है। परिवारों को तबाह होते देखना हृदय विदारक है।’ उनके अलावा भाजपा की जम्मू-कश्मीर की इकाई के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन, पीडीपी महासचिव गुलाम नबी लोन हंजुरा ने भी हमले की कड़ी निंदा की है।
उधर, एक अन्य मामले में शोपियां के सेडो इलाके में किराए के एक निजी वाहन में विस्फोट हो गया। इससे तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। कश्मीर के आईजीपी का कहना है कि विस्फोट के प्रकार की जांच हो रही है।
खुफिया जानकारी के आधार पर सेना के सर्च ऑपरेशन के दौरान यह विस्फोट हुआ। मामले की जांच की जा रही है।
बडगाम में दो मजदूरों को मारी गोली, एक की मौत
जम्मू-कश्मीर में आतंकी बाज नहीं आ रहे हैं। बृहस्पतिवार शाम बडगाम में ईंट भट्ठे में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों पर आतंकियों ने हमला कर दिया। आतंकियों की गोलीबारी में एक मजदूर की मौत हो गयी। दूसरे की हालत नाजुक है।
अाप्रवासी कश्मीरी छोड़ेंगे घाटी!
श्रीनगर (ट्रिन्यू) : घाटी में काम कर रहे अाप्रवासियों ने यहां से पलायन करने की तैयारी कर ली है। अाप्रवासियों के ट्रांजिट कैंप पर सख्त पहरा बिठाया गया है और कश्मीरी पंडितों के घाटी छोड़ने की स्थिति से उच्च पदाधिकारियों को सूचित करने के लिए कहा गया है। एक अधिकारी ने बताया कि कुछ लोग शुक्रवार और कुछ रविवार को यहां से जाएंगे। घाटी में अनेक लोग अस्थायी टेंट में रहते हुए प्रधानमंत्री विशेष रोजगार योजना के तहत काम कर रहे हैं और अपने निवास के पास ही हत्याओं का विरोध कर रहे हैं।