हिमाचल में बारिश का कहर, तीन NH सहित 563 सड़कें बंद, 7 जिलों में शिक्षण संस्थान बंद
Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे से हो रही भारी से भारी वर्षा के चलते राज्य में एक बार फिर जल प्रलय जैसी स्थिति पैदा हो गई है और जनजीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। प्रदेश के 10 जिलों में अलग-अलग स्थान पर भारी से बहुत भारी वर्षा का दौर जारी है। इसके चलते राज्य के सात जिलों में आज सोमवार को सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार राज्य में पैदा हुई इस जल प्रलय जैसी स्थिति के चलते तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 625 सड़कें बंद है, जबकि 1533 बिजली के ट्रांसफार्मर और 168 पेयजल योजनाएं भी ठप्प हो गई हैं। प्रदेश की राजधानी शिमला के लिए पेयजल आपूर्ति करने वाली गिरी पेयजल योजना भी भारी गाद के चलते बंद हो गई है। इस कारण शिमला शहर में पहले से ही चल रहा पेयजल संकट और गंभीर हो गया है।
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, जिसके कारण सोमवार को 12 में से चार जिलों बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और ऊना में स्कूल और कॉलेज सहित शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जिन जिलों में निजी और प्राइवेट शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया है उनमें बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, कुल्लू, सिरमौर,कांगड़ा और सोलन जिला शामिल है। मौसम विभाग ने 30 अगस्त तक राज्य के सात जिलों के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
बीती रात से लेकर आज सुबह 8:00 बजे तक प्रदेश के काहू में 190.5, जोत में 159.2, बरठीं में 156.4, श्री नैना देवी में 148.4, घागस में 148, बिलासपुर में 140.8, भाटिया के चुवाड़ी में 142, मलरौंन में 120, अम्ब में 111 में, अघार में 110.6, बांगना में 104, रायपुर मैदान में 98.2, घमरूर में 95.8, भरवाईं में 94.4, नादौन में 94, सलापड में 90.6, मुरारी देवी में 90.2, धर्मशाला में 87.4, भरेड़ी में 85.9, कसौली में 85, सुंदरनगर में 84, ब्लदवाड़ा में 84, सलूणी में 83.3, ऊना में 80.8, सुजानपुर टिहरा में 80 धर्मपुर में 68.6, देहरा गोपीपुर में 68.3, चंबा में 67, पालमपुर में 65.4 और बग्गी में 64 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
हिमाचल में 20 जून को मानसून की शुरुआत से लेकर अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 303 लोग मारे गए हैं और 37 लोग लापता हैं। राज्य में अब तक 77 बार अचानक बाढ़, 40 बार बादल फटने और 79 बड़े भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं और हिमाचल प्रदेश को बारिश से संबंधित घटनाओं में 2,348 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य में चालू मानसून सीजन में 1 जून से आज तक 571.4 मिमी औसत बारिश के मुकाबले 662.3 मिमी औसत बारिश हुई, जो 16 प्रतिशत अधिक है।