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Rain In Delhi : तूफान का कहर... आंधी में जान गंवाने वाला अजहर एक महीने पहले ही बना था पिता, मासूम की जिंदगी रह गई अधूरी

आंधी-बारिश ने राष्ट्रीय राजधानी में कई लोगों के जीवन पर कहर बरपाया
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एएनआई।
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नई दिल्ली, 22 मई (भाषा)

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Rain In Delhi : दिल्ली में बुधवार को आई आंधी के दौरान जान गंवाने वाले गोकलपुरी निवासी अजहर लगभग एक महीने पहले ही पिता बने थे। उनके पड़ोसियों ने उन्हें एक दयालु और मददगार इनसान के रूप में याद किया। सुरेश कुमार नाम के एक पड़ोसी ने कहा कि दिल्ली में आई जबरदस्त आंधी ने उनकी (अजहर) जान ले ली।

उनका नवजात बेटा कभी भी पिता की गोद की गर्माहट को नहीं महसूस कर पाएगा। सुरेश ने घटना को दर्दनाक करार देते हुए कहा कि आंधी-बारिश ने राष्ट्रीय राजधानी में कई लोगों के जीवन पर कहर बरपाया है। इलाके के लोगों ने अधिकारियों पर पेड़ों के झुकने से जुड़ी शिकायतों पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया, जो अजहर के मामले में घातक साबित हुआ।

अजहर को बचाने की कोशिश करने वाले समीर ने बताया कि जब ओलावृष्टि के साथ आंधी शुरू हुई, तो उसने अपनी बाइक खड़ी कर दी। यह सब अचानक हुआ। मैंने एक पेड़ को उसके पास खड़ी मोटरसाइकिल पर गिरते देखा। हमें एक व्यक्ति पेड़ के नीचे दबा हुआ मिला। हमने उसे बचाने की कोशिश की। उस व्यक्ति की हालत बहुत खराब थी। मेरे भाई ने पुलिस को फोन किया। पेड़ के नीचे दो लोग दब गए थे, जिनमें से एक किसी तरह बच निकला। यह घटना रात को लगभग 8 बजे हुई।

समीर का बेटा अजहर का दोस्त था। उसने कहा कि स्थानीय प्राधिकारियों को ऐसे खतरनाक पेड़ों की पहचान कर उन्हें हटाना चाहिए। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि लोगों ने इस पेड़ के बारे में कई बार शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। अजहर के मोहल्ले की एक महिला ने कहा कि हमने मंत्रियों से भी संपर्क किया...ये पेड़ क्यों नहीं काटे जा रहे? हम नहीं चाहते कि ऐसा दोबारा हो। उसी मोहल्ले में रहने वाले सागर ने कहा कि इलाका अब भी असुरक्षित बना हुआ है।

उसने कहा कि यहां कुछ भी हो सकता है। सरकारी स्कूल के अंदर एक पेड़ है और हमने प्रधानाध्यापक तथा संबंधित विभाग दोनों से शिकायत की है। हम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एमसीडी (दिल्ली नगर निगम), पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) और अन्य विभागों के अधिकारियों से मिलने की योजना बना रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार रात आई धूल भरी आंधी और तेज बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गई और कम से कम 11 अन्य घायल हो गए।

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