Rahul Gandhi vs EC: फिर बोले राहुल गांधी- लोकसभा चुनाव में करीब 100 सीट पर हुई धांधली
Rahul Gandhi vs EC: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को दावा किया पिछले लोकसभा चुनाव में करीब 100 सीट पर धांधली हुई है और अगर इनमें से 15 सीट पर भी धांधली नहीं हुई होती, तो नरेंद्र मोदी आज देश के प्रधानमंत्री नहीं होते।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस के विधि, मानवाधिकार और आरटीआई विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय विधिक सम्मेलन में इस बात को फिर से दोहराया कि कर्नाटक के एक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता सूची में हेरफेर के जो सबूत मिले हैं, वो "एटम बम" की तरह हैं।
उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में इसका सबूत दिया जाएगा कि कैसे लोकसभा चुनाव में धांधली हुई। उनके नए दावे पर निर्वाचन आयोग की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उन्होंने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, "आज (नरेंद्र मोदी) प्रधानमंत्री पद पर बहुत ही साधारण बहुमत के साथ हैं। हमारा मानना है कि (लोकसभा चुनाव में) 70,80 या 100 सीट तक पर धांधली हुई है। यदि 15 सीट पर भी धांधली नहीं हुई होती, तो वह (मोदी) भारत के प्रधानमंत्री नहीं होते।"
उन्होंने कहा, "हम अगले कुछ दिन में यह साबित करने जा रहे हैं कि एक लोकसभा चुनाव में कैसे धांधली हो सकती है और कैसे की गई।" लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, "2014 से ही मुझे चुनाव प्रणाली पर संदेह है। (भाजपा की) प्रचंड जीत हासिल करने की क्षमता आश्चर्यजनक है। महाराष्ट्र में जो हुआ, उसने मुझे इस मुद्दे को गंभीरता से लेने पर मजबूर कर दिया।
राहुल गांधी ने कहा, " मैं बिना सबूत के कुछ नहीं बोल सकता था, लेकिन अब मैं बिना किसी संदेह के कहता हूं कि हमारे पास सबूत हैं। " उन्होंने कहा कि इन सबूत के आधार पर देश को दिखा दिया जाएगा कि निर्वाचन आयोग की संस्था उस तरह काम नहीं करती, जैसा उसे करना चाहिए तथा यह समझौते का शिकार हो चुकी है।
कांग्रेस के शीर्ष नेता ने शुक्रवार को दावा किया था कि निर्वाचन आयोग ‘वोट चोरी' में शामिल है और इस बारे में उनके पास ऐसा पुख्ता सबूत है, जो ‘एटम बम' की तरह है, जिसके फटने पर आयोग को कहीं छिपने की जगह नहीं मिलेगी। निर्वाचन आयोग ने उनके आरोपों को निराधार और निंदनीय करार दिया तथा कहा कि अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आयोग और उसके कर्मचारियों को धमकाना भी शुरू कर दिया है।
राहुल गांधी ने कार्यक्रम में यह भी कहा, "कल (शुक्रवार) मेरी बहन ने मुझसे कहा कि मैं आग से खेल रहा हूं, और मैंने कहा कि मुझे पता है कि मैं आग से खेल रहा हूं और मैं आग से खेलना जारी रखूंगा। " उन्होंने कहा, "आख़िरकार, आपमें से अधिकतर लोगों की तरह, मैं भी आग में विलीन हो जाऊंगा । मेरे परिवार ने मुझे सिखाया कि कायरों से नहीं डरना चाहिए। सबसे कायरतापूर्ण काम जो आप कर सकते हैं, वह है किसी कायर से डरना।"
उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ दल की विचारधारा काफी हद तक कायरता पर आधारित है। राहुल गांधी ने इस बात का उल्लेख किया, "जब आप स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान कांग्रेस पार्टी को देखते हैं, तो पाते हैं कि उस समय कई वकील सबसे आगे थे। वकील कांग्रेस पार्टी की रीढ़ हैं और आप ही वो लोग हैं, जिन्होंने संविधान की कल्पना की थी और इसके निर्माता थे।"