राधाकृष्णन या रेड्डी, आज तय होगा नये उपराष्ट्रपति का नाम
लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य मंगलवार को अपने वोट के माध्यम से यह फैसला करेंगे कि सीपी राधाकृष्णन और बी. सुदर्शन रेड्डी में से देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा। राधाकृष्णन, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार हैं, जिनका सीधा मुकाबला विपक्ष के संयुक्त प्रत्याशी सुदर्शन रेड्डी से है। देश के 17वें उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। देर शाम तक नतीजे घोषित होने की उम्मीद है।
निर्वाचक मंडल में कुल 788 सदस्य (वर्तमान में 781) हैं। इनमें राज्यसभा के 233 निर्वाचित सदस्य (वर्तमान में पांच सीटें रिक्त हैं), 12 मनोनीत सदस्य और लोकसभा के 543 निर्वाचित सदस्य (वर्तमान में एक सीट रिक्त है) शामिल हैं।
इस बार दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं। राधाकृष्णन तमिलनाडु से, जबकि रेड्डी तेलंगाना से हैं। संसद के हालिया मानसून सत्र के दौरान जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि उनका कार्यकाल दो साल बचा हुआ था। इनके इस्तीफे के कारण यह चुनाव हो रहा है।
विभिन्न दलों द्वारा दिए गए समर्थन को आधार बनाकर आंकड़ों के लिहाज से देखें तो राजग उम्मीदवार का पलड़ा भारी है, हालांकि विपक्ष के उम्मीदवार रेड्डी बार-बार यह कहकर अपनी दावेदारी को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं कि लड़ाई वैचारिक है तथा यह मतदान सिर्फ उपराष्ट्रपति चुनने के लिए नहीं है, बल्कि भारत की भावना के लिए है।
राधाकृष्णन तमिलनाडु की एक प्रमुख ओबीसी जाति गौंडर से आते हैं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि से हैं। वह झारखंड और महाराष्ट्र के राज्यपाल रह चुके हैं। वह 1998 में कोयंबटूर से पहली बार लोकसभा के लिए चुने गये थे और 1999 में वह फिर से इस सीट से लोकसभा के लिए चुने गए।
वहीं, रेड्डी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश हैं और गोवा के लोकायुक्त रहे हैं। वह हैदराबाद स्थित अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र के न्यासी बोर्ड के सदस्य भी हैं।
विपक्षी नेताओं ने बनाई रणनीति
विपक्ष के प्रमुख नेताओं ने उपराष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले सोमवार को ‘संविधान सदन’ के केंद्रीय कक्ष में बैठक कर अपनी रणनीति पर चर्चा की। बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार और कई अन्य दलों के सांसद शामिल हुए। तैयारियों को पुख्ता करने के मकसद से विपक्षी सांसदों को ‘मॉक’ (प्रतीकात्मक) मतदान भी कराया गया।