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Punjab Weather Alert : पंडोह डैम से छोड़ा पानी; कांगड़ा-पंजाब की तरफ अलर्ट जारी, मनाली में ब्यास ने लाई तबाही

रेड अलर्ट के बीच मनाली में बारिश का तांडव, कीरतपुर से मनाली और मनाली से लेह सड़क 20 जगह बहा ले गई ब्यास
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Punjab Weather Alert : मंडी जिला में रविवार रात से हो रही बारिश और साथ लगते कुल्लू जिला में हुई भारी बारिश के कारण ब्यास नदी के जलस्तर में भारी इजाफा हो गया है। मंडी जिला के तहत आने वाले पंडोह डैम के पांचों गेट खोलकर एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जिससे कांगड़ा और पंजाब की तरफ प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। पानी में सिल्ट की मात्रा अत्याधिक आने के कारण बग्गी टनल के लिए जाने वाली सप्लाई को भी रोक दिया गया है जिस कारण विद्युत उत्पादन भी बंद हो गया है।

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ब्यास नदी में जो भी पानी आ रहा है उसे डैम से सीधा आगे ब्यास नदी में ही छोड़ा जा रहा है। पानी के फ्लो को देखते हुए डैम की फ्लशिंग का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने इस संदर्भ में अलर्ट जारी करते हुए लोगों से ब्यास नदी और अन्य नदी नालों से दूर रहने की अपील की है। उन्होंने बताया कि बारिश के कारण नदी नालों के जलस्तर में इजाफा हुआ है। पंडोह डैम से फ्लशिंग का कार्य किया जा रहा है। इस कारण ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ा है। उन्होंने आपदा की स्थिति में जिला प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करने को कहा है।

वहीं, ब्यास नदी के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी के कारण दवाड़ा के पास फिर से पानी हाईवे पर आकर बहने लग गया है। यहां वर्ष 2023 में भी कुछ ऐसे ही हालत उत्पन्न हो गए थे और लारजी पावर हाउस को भारी नुकसान पहुंचा था। लारजी पावर हाउस के पास सराज विधानसभा क्षेत्र की गुराण और मुराह पंचायत को जोड़ने वाला झूलानुमा फुट ब्रिज भी ब्यास नदी की लहरों में समा गया। जलस्तर बढ़ने से पुल तक पानी आ पहुंचा जिस कारण यह पुल टूट गया है। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे यातायात के लिए पूरी तरह से बंद है और बहुत से लोग इस कारण फंसे हुए हैं।

पंडोह डैम से बग्गी टनल को पानी फिलहाल रोक दिया

कुल्लू-मनाली में हो रही भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं के चलते ब्यास नदी के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। पंडोह डैम प्रबंधन को इस संदर्भ में अलर्ट प्राप्त हुआ है जिसके चलते डैम प्रबंधन ने अभी डिसिल्टिंग के कार्य को पूरी तरह से रोक दिया है। यह कार्य अब कल या फिर आने वाले दिनों में किया जाएगा। यह जानकारी बीबीएमबी के अधीक्षण अभियंता ई. अजयपाल सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि ब्यास नदी के पानी में पहले से ही सिल्ट की मात्रा बहुत ज्यादा आ रही है और पानी की मात्रा में भी इजाफा हो रहा है।

ऐसी स्थिति में जो भी पानी डैम पर आ रहा है उसे सीधे ब्यास नदी में ही छोड़ जा रहा है। अभी 1 लाख क्यूसेक पानी ब्यास नदी में छोड़ा जा रहा है। अजय पाल सिंह ने बताया कि पंडोह डैम से बग्गी टनल के माध्यम से डैहर पावर हाउस के लिए जो पानी भेजा जाता है उसे भी फिलहाल रोक दिया गया है। पानी में सिल्ट की मात्रा जब पांच हजार से कम होगी तो उसके बाद ही बग्गी टनल के लिए पानी की सप्लाई भेजी जाएगी। इस कारण विद्युत उत्पादन भी बंद कर दिया गया है। अभी पंडोह डैम के पांचों गेट खोल दिए गए हैं और पानी को सीधे ब्यास नदी में ही छोड़ा जा रहा है।

अजय पाल सिंह ने बताया कि पानी को छोड़ने के साथ ही पंडोह और मंडी तक लोगों को अलर्ट भी किया जा रहा है। इसके लिए बाकायदा एक वाहन पंडोह डैम से लेकर मंडी तक हाईवे किनारे अनांउसमेंट करते हुए दौड़ाया जा रहा है। वहीं, प्रशासन के साथ भी हर स्थिति की जानकारी को सांझा किया जा रहा है ताकि किसी प्रकार का नुकसान न हो। लोगों से भी अपील है कि इस समय ब्यास नदी के किनारे न जाएं।

शेर-ए-पंजाब ढाबा बाहंग व 7 दुकानें और कई खोखे बहे

अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी मनाली में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। मंगलवार देरशाम तक भी मूसलाधार बारिश जारी रही और दिनभर करोड़ों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा लेकिन राहत की बात यह है कि अब तक किसी जानी नुकसान की सूचना नहीं है। सोमवार देर रात सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के सैकड़ों मजदूरों को समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया। ताजा जानकारी के अनुसार मनाली–सोलंग नेशनल हाईवे का एक हिस्सा समाहन के पास ब्यास नदी में समा गया है। ओल्ड मनाली से बरुआ तक जाने वाली सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई है।

मनाली बाईपास का नेशनल हाईवे वॉल्वो बस स्टैंड के समीप बह गया, जिसके चलते मनाली से कुल्लू का ट्रैफिक नग्गर होकर डायवर्ट किया गया है। ब्यास नदी का जलस्तर लगातार खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। करीब तीन किलोमीटर दूर शेर-ए-पंजाब रेस्टोरेंट, अन्नपूर्णा ढाबा और अन्य दुकानें भी ब्यास के बहाव की भेंट चढ़ गईं। ओल्ड मनाली का 40 वर्ष पुराना पुल भी बाढ़ की भैंट चढ़ गया। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर हजारों लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था। बावजूद इसके, जगह-जगह सड़कों और हाईवे के बह जाने से मनाली से लाहौल घाटी का संपर्क पूरी तरह टूट गया है।

अटल टनल को जोड़ने वाला हाईवे और अन्य संपर्क मार्ग भी बंद हो चुके हैं जिससे लेह जाने वाले सैंकड़ो वाहन और आर्मी की गाड़ियां फंस गई है। मनाली के एसडीएम रमन शर्मा और डीएसपी केडी शर्मा ने बताया कि 3 से 4 स्थानों पर सड़कों और हाईवे का बड़ा हिस्सा नदी में बह गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा से बचें। मौसम विभाग पहले ही राज्य के कई हिस्सों में रेड अलर्ट जारी कर चुका है। अन्य जिलों में भी मूसलाधार बारिश से नुकसान की आशंका जताई गई है। फिलहाल सबसे बड़ी राहत यही है कि इस आपदा में अब तक किसी की जान नहीं गई है।

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