Punjab Haryana Water Crisis : पानी के मुद्दे पर सड़कों पर उतरेगा इनेलो, जिलों में होंगे प्रदर्शन
चंडीगढ़, 30 अप्रैल (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)
Punjab Haryana Water Crisis : इनेलो प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा ने कहा कि पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भाखड़ा के पानी की हरियाणा में कटौती करने का बेतुका बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार प्रदेश के हितों की सुरक्षा करने में पूरी तरह से नाकाम रही है। बीजेपी की केंद्र सरकार ने 2022 में बीबीएमबी की संचालन व्यवस्था में संशोधन करके बीबीएमबी में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करने वाला पूर्णकालिक तकनीकी सदस्य हटा दिया था।
ये सदस्य सिंचाई विभाग का एक इंजीनियर होता था, जो पानी प्रबंधन को देखता था। यही कारण है कि हरियाणा को बीबीएमबी से कम पानी मिलता रहा है। आज हरियाणा के ज्यादातर हिस्से डार्क जोन में है। भाखड़ा के पानी से सिंचाई करने वाले इलाकों में 24 दिन में 1 बार पानी मिलता है। हरियाणा को 36 एमएएफ पानी चाहिए और उपलब्ध केवल मात्र 14 एमएएफ है। हरियाणा की नहरों में पूरी क्षमता से 25 प्रतिशत कम पानी उपलब्ध है। आज हरियाणा को 22 एमएएफ पानी की और आवश्यकता है। पानी के मसले पर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी चुप्पी साध रखी है।
बुधवार को चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में माजरा ने कहा कि एसवाईएल का फैसला हरियाणा के हक में आ चुका है। इसके बाद भी नहर का निर्माण नहीं हुआ। अपने आप को हरियाणा का लाल कहने वाले केजरीवाल ने एसवाईएल का पानी पंजाब का बताया था अब जब दिल्ली में हार गए हैं तो अब पंजाब में राजनीति करने लगे है। ये सब जनता की आंख में धूल झोंकना चाहते हैं। हरियाणा में पानी की मात्रा बढ़ाने में बीजेपी पूरी तरह से नाकाम रही है। रेणुका, किशाऊ डेम भी नहीं बने।
माजरा ने कहा कि पानी के मामले में हरियाणा के साथ पंजाब दुर्भावना से काम कर रहा है। आज भी पंजाब से 1600 क्यूसेक पानी पाकिस्तान जा रहा है लेकिन पंजाब इस पर राजनीति कर रहा है। हम इसकी कड़ी निंदा करते है। उन्होंने कहा कि इनेलो पानी के मुद्दे पर मैदान में उतरेगी। पानी के मुद्दे पर इनेलो 5 से 7 मई तक जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेगी। 5 मई को अंबाला जोन, 6 को हिसार जोन और 7 को गुरुग्राम जोन में प्रदर्शन करेंगे और केंद्र के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।