Punjab Assembly Session: पंजाब बाढ़ पर विधानसभा का विशेष सत्र, केंद्र से मांगा 20 हजार करोड़ रुपये का राहत पैकेज
Punjab Assembly Session: आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब सरकार ने एक प्रस्ताव पारित कर भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की ओर से विशेष वित्तीय पैकेज स्वीकृत न करने और राज्य की लगातार मांगों को नजरअंदाज करने की निंदा की।
प्रस्ताव में प्रधानमंत्री कार्यालय की इस बात के लिए भी आलोचना की गई कि मुख्यमंत्री के बार-बार अनुरोध करने के बावजूद उन्हें आपदा की स्थिति पर विस्तार से अवगत कराने के लिए बैठक का समय नहीं दिया गया। प्रस्ताव में 1,600 करोड़ रुपये के प्रतीकात्मक राहत पैकेज को अपर्याप्त बताते हुए केंद्र सरकार से 20,000 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज स्वीकृत करने की मांग की गई।
यह प्रस्ताव जल संसाधन मंत्री बरिंदर गोयल ने विधानसभा के विशेष सत्र में “पंजाब का पुनर्वास” विषय पर चर्चा के दौरान रखा। प्रस्ताव में कहा गया कि पंजाब भयंकर बाढ़ से तबाह हो गया है, जिसे 1988 की बाढ़ के बाद से सबसे विनाशकारी आपदा माना जा रहा है। इस आपदा से 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए, लगभग पांच लाख एकड़ में खड़ी फसल नष्ट हो गई, भारी संख्या में पशुधन की हानि हुई और सार्वजनिक व निजी ढांचे को अपूरणीय क्षति पहुंची।
मुख्यमंत्री ने विस्तृत आकलन के बाद केंद्र से 20,000 करोड़ रुपये के विशेष राहत पैकेज की औपचारिक मांग की थी, लेकिन अफसोस है कि घोषित 1,600 करोड़ रुपये की राशि का एक हिस्सा भी राज्य को अभी तक नहीं मिला। प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने मुख्यमंत्री के बार-बार अनुरोध के बावजूद उनसे मुलाकात नहीं की और सीमित लोगों से ही बातचीत की, जिससे पंजाब अपनी स्थिति का समुचित प्रतिनिधित्व नहीं कर सका।
इससे पहले पंजाब विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र की शुरुआत हुई। सत्र के पहले ही दिन राज्य में बाढ़ से जान गंवाने वाले 59 लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने सबसे पहले पिछले सत्र से अब तक दिवंगत हुए जनप्रतिनिधियों और समाज की प्रतिष्ठित हस्तियों को श्रद्धांजलि दी।
पंजाबी फिल्म उद्योग के प्रसिद्ध अभिनेता और कॉमेडियन जसविंदर भल्ला को श्रद्धांजलि दी गई। मशहूर संगीतकार चरणजीत आहूजा को भी याद किया गया। इसके अलावा पंजाब के पूर्व मंत्री हरमेल सिंह टोहड़ा और पूर्व विधायक रघुवीर सिंह को भी सदन ने नमन किया। सत्र के दौरान वीरता और बलिदान का प्रतीक बने कई शहीदों को भी श्रद्धांजलि दी गई।
लेफ्टिनेंट कर्नल शहीद भानु प्रताप सिंह मनकोटिया शहीद दलजीत सिंह, शहीद रिंकू सिंह, शहीद प्रीतपाल सिंह, और शहीद सिपाही हरमिंदर सिंह, इन सभी को सदन ने गहरी संवेदनाओं के साथ याद किया। सभी दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए सदन में दो मिनट का मौन रखा गया। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया, ताकि विधायकों और उपस्थित सदस्यों को शोक प्रकट करने का समय मिल सके।