खेत में उतरीं प्रोफेसर, बनीं ‘मशरूम लेडी ऑफ हरियाणा’
हमारे समाज में यह माना जाता रहा है कि खेतीबाड़ी तो सिर्फ पुरुष ही संभाल सकते हैं, मगर सोनीपत की प्रोफेसर सोनिया दहिया ने अपनी मजबूत इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत के बूते इस मिथक को तोड़ दिया। इतना ही नहीं, वह आज ‘मशरूम लेडी ऑफ हरियाणा’ के नाम से मशहूर हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री के हाथों प्रगतिशील किसान का सम्मान पा चुकीं सोनिया ने अपने मशरूम फार्म पर 18-20 महिलाओं को स्थायी रोजगार भी दे रखा है।
बायोटेक्नाेलॉजी में पीएचडी सोनिया दहिया मुरथल स्थित दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर कार्यरत हैं। उनके पति विजय दहिया दिल्ली स्थित महाराजा सूरजमल संस्थान में गणित के एसोसिएट प्रोफेसर हैं। कोरोना काल में जब सभी संस्थान बंद थे, तब खाली समय में कुछ नया करने के विचार से सोनिया दहिया ने सोनीपत से सटे अपने गांव बड़वासनी में खाली पड़ी अपनी एक एकड़ जमीन पर मशरूम की खेती करने का आइडिया दिया।
दैनिक ट्रिब्यून ने नवरात्र पर्व पर उन देवियों के असाधारण कार्यों को अपने पाठकों तक पहुंचाने का एक विनम्र प्रयास किया है, जो सुर्खियों में न आ सकीं। इसी कड़ी में प्रस्तुत है वह आदर्श महिला जो अनेक मुश्किलों के बीच अपना अाकाश तलाशने में जुटी है। -संपादक
महिलाओं को दिया रोजगार उनके फॉर्म पर 18 से 20 महिलाएं नियमित रूप से कटिंग, पैकेजिंग समेत अन्य काम करती हैं। सोनिया की पहल से ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिला। वह खुद खेती करने के अलावा अन्य किसानों को भी प्रशिक्षण देकर आगे बढ़ने में मदद कर रही हैं। वह हरियाणा के अलावा उत्तर प्रदेश में कई किसानों के मशरूम फार्म तैयार करा चुकी हैं।