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प्रो. अशीम घोष होंगे हरियाणा के नये राज्यपाल

चार साल छह दिन पद पर रहे बंडारू दत्तात्रेय का लेंगे स्थान
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चंडीगढ़, 14 जुलाई (ट्रिन्यू)

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पश्चिम बंगाल भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रो. अशीम कुमार घोष हरियाणा के नये राज्यपाल होंगे। एक नवंबर 1966 को अस्तित्व में आए हरियाणा में घोष प्रदेश के 19वें राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभालेंगे। वह निवर्तमान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का स्थान लेंगे। दत्तात्रेय ने हिमाचल से आने के बाद 7 जुलाई, 2021 को हरियाणा का कार्यभार संभाला था। घोष से पहले हरियाणा के राज्यपाल रहे बीरेंद्र नारायण चक्रवर्ती और हरी आनंद बरारी भी बंगाल के थे।

प्रो़ अशीम 1999 से लेकर 2002 तक पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने 2 जून, 2013 को हावड़ा लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर उपचुनाव लड़ा था। अशीम उपचुनाव हार गए थे। वह कोलकाता के मनिन्द्र चंद कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस के प्रोफेसर रहे हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल में संघ और भाजपा की जड़े जमाने में अहम भूमिका निभाई। अभी पश्चिम बंगाल में पार्टी के मार्गदर्शक मंडल में रहकर पार्टी नीतियों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे थे।

सबसे अधिक समय चक्रवर्ती रहे राज्यपाल

हरियाणा में बतौर राज्यपाल सबसे लंबे कार्यकाल का रिकॉर्ड बीरेंद्र नारायण चक्रवर्ती के नाम है। वे 15 सितंबर 1967 से 26 मार्च 1976 तक राज्यपाल रहे। यानी कुल 8 वर्ष, 6 महीने और 11 दिन। सबसे छोटा कार्यकाल ओम प्रकाश वर्मा का दर्ज है, जो 2 जुलाई 2004 से 7 जुलाई 2004 तक, यानी सिर्फ 6 दिन राज्यपाल रहे। वह कार्यवाहक राज्यपाल थे। उन्हें पूर्व राज्यपाल बाबू परमानंद का कार्यकाल समाप्त होने और नये राज्यपाल एआर किदवई की नियुक्ति से पहले राज्यपाल बनाया गया था। इनके अलावा, रंजीत सिंह नरूला 27 मार्च 1976 से 13 अगस्त 1976 तक 139 दिन राज्यपाल रहे।

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