नयी दिल्ली, 12 जनवरी (एजेंसी)
व्हाट्सएप ने मंगलवार को कहा कि उसके ताजा नीतिगत बदलावों से संदेशों की गोपनीयता प्रभावित नहीं होती है। इसके साथ ही फेसबुक के स्वामित्व वाली इस कंपनी ने उपयोगकर्ताओं के डाटा की सुरक्षा को लेकर चिंताओं को दूर करने की भी कोशिश की।
व्हाट्सएप ने एक ब्लॉग में कहा कि वह विज्ञापनों के उद्देश्य से उपयोगकर्ताओं की संपर्क सूची या समूहों का डाटा फेसबुक के साथ साझा नहीं करती है और व्हाट्सएप या फेसबुक न तो व्हाट्सऐप पर उपयोगकर्ताओं के संदेश को पढ़ सकते हैं और न ही कॉल सुन सकते हैं। पिछले हफ्ते व्हाट्सएप ने अपनी सेवा शर्तों और गोपनीयता नीति में एक बदलाव के बारे में बताया था कि वह किस तरह उपयोगकर्ताओं के डाटा का इस्तेमाल करती है और किसी तरह फेसबुक के साथ उन्हें साझा किया जाता है। व्हाट्सएप ने यह भी कहा कि उसकी सेवा का उपयोग जारी रखने के लिए उपयोगकर्ताओं को आठ फरवरी 2021 तक नई शर्तों और नीति को स्वीकार करना होगा। इसके बाद उपयोगकर्ताओं में इंटरनेट पर चर्चा शुरू हो गई और कई लोगों ने टेलीग्राम और सिग्नल जैसे प्रतिस्पर्धी मंचों पर शिफ्ट करना शुरू कर दिया।
व्हाट्सएप ने कहा, ‘हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि नीति में बदलाव से किसी भी तरह से दोस्तों या परिवार के साथ आपके संदेशों की गोपनीयता प्रभावित नहीं होगी। इस बदलाव में व्हाट्सएेप पर किसी व्यवसाय को संदेश देने से संबंधित परिवर्तन शामिल हैं, जो वैकल्पिक हैं, ये इस बारे में अधिक पारदर्शिता लाते हैं कि हम किस तरह डाटा जमा करते हैं और उपयोग करते हैं।’ इंटरनेट सुरक्षा शोधकर्ता राजशेखर राजाहरिया की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कम से कम 1,700 निजी व्हाट्सएप ग्रुप के लिंक एक वेब खोज के माध्यम से गूगल पर दिखाई दे रहे थे। गौरतलब है कि महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा, पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा और फोनपे के सीईओ समीर निगम सहित कई कारोबारी दिग्गजों ने कहा है कि वे दूसरे मंचों पर चले जाएंगे।
कहा-एड्रेस बुक साझा नहीं करते
ब्लॉग में कहा गया कि व्हाट्सएप मैसेजिंग को तेज और विश्वसनीय बनाने के लिए एड्रेस बुक से केवल फोन नंबर (उपयोगकर्ता की अनुमति पाने के बाद) तक पहुंचा जाता है। फेसबुक के अन्य ऐप के साथ संपर्क सूची साझा नहीं की जाती है। साथ ही कहा गया कि विज्ञापनों के लिए फेसबुक के साथ इस डाटा को साझा नहीं किया जाता है।