नयी दिल्ली (एजेंसी) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना रोधी टीकों की बर्बादी रोकने के लिए केरल सरकार के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में टीकों की बर्बादी रोकना महत्वपूर्ण है। दरअसल, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा था कि राज्य को केंद्र सरकार से टीकों की 73,38,806 खुराकें मिलीं और उपलब्ध अतिरिक्त खुराकों का भी इस्तेमाल करके 74,26,164 खुराकें दी गईं। मुख्यमंत्री ने इसके लिए राज्य के स्वास्थ्यकर्मियों खासकर नर्सों की सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी ने विजयन के ट्वीट को टैग करते हुए लिखा, ‘टीकों की बर्बादी कम करने में हमारे स्वास्थ्यकर्मियों और नर्सों का उदाहरण प्रस्तुत करते देखना अच्छा लग रहा है। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए टीकों की बर्बादी कम करना महत्वपूर्ण है।’ इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 9 राज्यों में 18-44 आयु समूह के 6.71 लाख लोगों को टीका लगाया गया है। मंत्रालय ने कहा कि राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पास टीके की 94.47 लाख से अधिक खुराकें हैं। अगले 3 दिन में उन्हें 36 लाख और खुराकें मिलेंगी।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।