नई दिल्ली, 8 जुलाई (ट्रिन्यू)
तरल पदार्थ जमा होने के कारण पेट फूलने की बीमारी जलोदर (एसाइटिस) के उपचार में आयुर्वेदिक फार्मूला नीरी-केएफटी को बेहद कारगर पाया है। यह दवा पेट में मौजूद अतिरिक्त तरल पदार्थ को मूत्र के जरिये बाहर निकालने में मददगार साबित होती है। साथ ही गुर्दे के स्वास्थ्य को भी बढ़ाती है। जर्नल आॅफ आयुर्वेदा एंड एंटीग्रेटेड मेडिकल साइंसेज में प्रकाशित शोध रिपोर्ट कर्नाटक के मैसूरू स्थित जेएसएस आयुर्वेद मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल के सहायक प्रो. कोमला ए, प्रो. सिद्धेश अराध्यमठ तथा शोधकर्ता मल्लीनाथ आई. टी. ने मिलकर तैयार की है। शोध के दौरान अस्पताल में भर्ती जलोदर रोगियों का आयुर्वेद के फार्मूलों से इलाज किया । शोधकर्ताओं ने नियमित इस्तेमाल होने वाली दवाओं के अलावा एमिल फार्मास्युटिकल द्वारा लंबे शोध के बाद तैयार की गई गुर्दे के उपचार की दवा नीरी-केएफटी भी मरीजों को दी। एक महीने में इसके सकारात्मक फायदे दिखे।