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रिश्वतखोरी के आरोपों में फंसे Gautam Adani को लेकर सियासत तेज, विपक्ष हमलावर

कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) व आम आदमी पार्टी ने जेपीसी जांच की मांग की
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प्रियंका चतुर्वेदी, कार्ति चिदंबरम व संजय सिंह की फाइल फोटो।
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नई दिल्ली, 21 नवंबर (एएनआई)

Gautam Adani: भारतीय उद्योगपति गौतम अदाणी पर अमेरिका में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। अमेरिकी अभियोजकों ने भारत में सौर बिजली अनुबंध हासिल करने के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर की रिश्वत देने का आरोप लगाया है। इन आरोपों के बाद पहले से ही विपक्ष के निशाने पर चल रहे गौतम अदाणी को लेकर राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) व आम आदमी पार्टी ने जेपीसी जांच की मांग की है।

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सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट रिश्वत मामले में गौतम अदाणी और अन्य पर अमेरिकी अभियोजकों द्वारा आरोप लगाए जाने पर कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने कहा, "पहले यह हिंडनबर्ग रिपोर्ट थी... अब यह अमेरिकी सरकार का न्याय विभाग और ACC है जिसने अभियोग जारी किया है। यह बहुत गंभीर है और हम संयुक्त संसदीय जांच की मांग करते हैं। SEBI को भी अपनी जांच के बारे में साफ होना चाहिए क्योंकि वे इसे रोक रहे हैं... वे इसे अब और नहीं छिपा सकते। बहुत गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

कार्ति चिदंबरम ने कहा,  कॉरपोरेट के साथ-साथ भारत सरकार को भी एक स्पष्ट बयान के साथ सामने आना चाहिए और हम एक संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग करते हैं... सरकारी एजेंसियों को इन आरोपों की जांच करनी चाहिए क्योंकि ये भारत में सरकारी संस्थाओं के खिलाफ लगाए गए हैं। उन्हें तुरंत जांच का आदेश देना चाहिए। SEBI ने भी कार्रवाई की है क्योंकि एक सूचीबद्ध इकाई पर भ्रष्ट आचरण में लिप्त होने का आरोप लगाया जा रहा है। SEBI को भी स्वतः जांच करनी चाहिए। सरकारी एजेंसियों को स्वतः जांच करनी चाहिए। कॉर्पोरेट इकाई को एक स्पष्ट बयान जारी करना चाहिए... हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से, हम एक संयुक्त संसदीय समिति जांच की मांग कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री को आगे आकर इसका जवाब देना चाहिए

सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट रिश्वत मामले में गौतम अदाणी और अन्य पर अमेरिकी अभियोजकों द्वारा आरोप लगाए जाने पर AAP सांसद संजय सिंह ने कहा, "अदाणी समूह ने भारत को बदनाम किया है। यह बहुत गंभीर मामला है। भारत के प्रधानमंत्री को आगे आकर इसका जवाब देना चाहिए।"

उन्होंने कहा कि अदाणी के खिलाफ सभी लंबित मामलों की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक जांच एजेंसी द्वारा की जानी चाहिए और देश के अंदर और बाहर उनके द्वारा किए गए सभी भ्रष्टाचार देश के सामने आने चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।" विपक्ष द्वारा JPC की मांग किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, "संसद सत्र शुरू हो रहा है, हम एक बैठक करेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे।"

अदाणी पर लगे आरोपों पर शिवसेना (UBT) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "आरोप साबित हो चुके हैं और दोषसिद्धि हुई है। बेहतर होता कि हमारी जांच एजेंसियां ​​भी रिपोर्ट आने पर स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करतीं। उद्योगपतियों को नियमों और विनियमों का पालन करने के लिए कहा जाना चाहिए, लेकिन एजेंसियां ​​भी उनका बचाव कर रही थीं।

उन्होंने कहा, SEBI अभी तक उनके खिलाफ आरोप साबित नहीं कर पाई है... कहा जा रहा है कि उन्होंने (गौतम अदाणी ने) अनुबंध पाने के लिए सरकारी अधिकारियों पर लाखों और करोड़ों रुपये खर्च किए... यह हमारे देश की विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है... एक उद्योगपति के कारण हमारी प्रतिष्ठा खोना दुर्भाग्यपूर्ण है।"

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