Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

हरियाणा के सियासी दल एकजुट, सीएम बोले- पानी देना ही पड़ेगा

जल संग्राम : मुख्यमंत्री मान ने दिया विवादित बयान, पंजाब ने बीबीएमबी बैठक का किया बहिष्कार
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
चंडीगढ़ में शनिवार को सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करते हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी। -ट्रिन्यू
Advertisement

दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 3 मई

Advertisement

पानी के मुद्दे पर पंजाब के बाद हरियाणा के राजनीतिक दल भी एकजुट हो गये हैं। प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के साथ-साथ इनेलो, जजपा, बीएसपी, आप और सीपीआई (एम) ने भी सत्तारूढ़ भाजपा के हर कदम का खुलकर समर्थन करने का ऐलान किया है। शनिवार को हरियाणा निवास में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में पंजाब सरकार के रवैये की निंदा की गयी। सभी ने सर्वसम्मति से तय किया कि पानी के लिए हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट जाने से भी पीछे नहीं हटेगी। सोमवार को पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में होने वाली चर्चा के बाद अगर जरूरी हुआ तो हरियाणा सरकार भी विशेष सत्र बुलाएगी और जरूरत पड़ने पर केंद्र सरकार से भी मिलेगी।

इस बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जालंधर में पानी के मुद्दे पर बड़ा बयान दे दिया। मान ने कहा कि पानी के लिए पंजाब में कत्ल हो जाया करते हैं। इस पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा– हम चुप नहीं बैठेंगे। उन्हें (पंजाब सरकार) को पानी देना ही पड़ेगा। सैनी ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने असंवैधानिक तरीके से हरियाणा का पानी रोका है। दिल्ली में आप की हार का बदला लेने के लिए पानी का विवाद खड़ा किया गया है।

वहीं दूसरी ओर, केंद्रीय गृह सचिव के निर्देशों पर चंडीगढ़ स्थित बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) की बैठक हुई। बैठक को गैर-कानूनी करार देते हुए पंजाब ने इसमें भाग लेने से इनकार दिया। बहरहाल, बैठक में तय हुआ बीबीएमबी चेयरमैन डैम से पंजाब पुलिस को हटवाने और हरियाणा में आपूर्ति शुरू करने के मुद्दे पर पंजाब सरकार के साथ बातचीत करेंगे।

वहीं सीएम सैनी की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक में हरियाणा के हितों की सुरक्षा के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करके पंजाब सरकार से आग्रह किया गया कि बीबीएमबी की तकनीकी समिति के 23 अप्रैल और बोर्ड के 30 अप्रैल के फैसलों को बिना शर्त लागू किया जाए।

साथ ही प्रस्ताव में कहा गया कि हरियाणा को मिलने वाले पानी के हिस्से पर लगाई गयी अमानवीय, अनुचित, अवैध एवं असंवैधानिक रोक को तुरंत हटाया जाये। सर्वदलीय बैठक में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली, परिवहन मंत्री अनिल विज, पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर सिंह गंगवा, कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा, सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी, सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौ. उदयभान, इनेलो प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा, जजपा से पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, आम आदमी पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता शामिल हुए।

थानेसर विधायक अशोक अरोड़ा, डबवाली से इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल, पूर्व विधायक व जजपा नेता अमरजीत ढांडा, बीएसपी प्रदेशाध्यक्ष कृष्ण जमालपुर, सीपीआई (एम) से ओमप्रकाश के अलावा मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, हरियाणा के एडवोकेट जनरल (एजी) परमिंदर चौहान, सिंचाई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग अग्रवाल, विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल और पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट के महानिदेशक केएम पांडुरंग सहित कई अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।

156 जलघरों में पानी की बूंद तक नहीं

हरियाणा में पानी का संकट लगातार गहरा रहा है। प्रदेश के 7 जिलों में सबसे अधिक संकट है। राज्य के 156 जलघरों में पानी की बूंद तक नहीं है।

हिमाचल भी कूदा विवाद में

पानी के विवाद में हिमाचल सरकार भी कूद गयी है। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा– डैम में हिमाचल के लोगों की जमीन गयी है, हमें पॉलिसी के हिसाब से 12 प्रतिशत रॉयल्टी मिले।

हाईकोर्ट पहुंचा मामला

पंजाब सरकार द्वारा डैम पर पुलिस तैनात किये जाने को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी गयी है। अधिवक्ता रविंद्र ढुल ने जनहित याचिका दायर की है।

एक मंच पर आये दोनों सीएम, नहीं की बात

पानी के मुद्दे पर विवाद के बीच पंजाब के सीएम भगवंत मान और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी शनिवार को चंडीगढ़ में एक ही मंच पर नजर आये, लेकिन दोनों ने एक-दूसरे से न तो बात की और न ही हाथ मिलाया। मौका था नशे के खिलाफ निकाली गयी पैदल यात्रा का। नायब सैनी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री मान पानी पर राजनीति कर रहे हैं। पिछले दिनों एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब ने भगवंत मान को रिश्तेदार बताया था। दरअसल, भगवंत मान की पत्नी पिहोवा (कुरुक्षेत्र) की रहने वाली हैं। इसके जवाब में मान कह चुके हैं कि हरियाणा वाले तो बेटी के घर का पानी भी नहीं पीते और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी तो नहर मांग रहे हैं। शनिवार को इस संदर्भ में सवाल पर सैनी ने दोहराया कि मान हमारे रिश्तेदार हैं, लेकिन यह नहर हम समाज के लिए मांग रहे हैं। पानी की जरूरत प्रदेश के 2 करोड़ 80 लाख लोगों को है और उनके लिए ही मांग की जा रही है। मान साहब इस पर भी राजनीति कर रहे हैं।

Advertisement
×